दिल्ली में अब सिर्फ टैक्सी नहीं, ऐप से बुक होंगी शेयरिंग बसें भी! प्रदूषण-ट्रैफिक कम करने को सरकार का नया प्लान

दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए ऐप-आधारित कंपनियों के साथ मिलकर शेयरिंग टैक्सी और बसें शुरू करने जा रही है. शुरुआत में 100 ट्रैफिक हॉटस्पॉट्स पर फोकस रखते हुए और महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला ड्राइवरों को बढ़ावा देते हुए इस योजना को तेजी से इंप्लीमेंट करने की कोशिश की जा रही है.

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दिल्ली में शेयरिंग टैक्सी ही नहीं.. बसें भी चलेंगी, OLA-UBER जैसी कई कंपनियों से बातचीत कर रही सरकार (सांकेतिक तस्वीर)

Delhi News: दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार शेयरिंग टैक्सी (Sharing Taxi) और बस सर्विसेज (Sharing Bus Service) की जल्द शुरुआत करने की योजना है. इसके लिए शेयर टैक्सी या शेयरिंग बस इन दोनों विकल्प पर दिल्ली सरकार की बातचीत एप आधारित टैक्सी कंपनियों से बातचीत चल रही है.

इन कंपनियों से चल रही बात

इसमें ओला (OLA) और ऊबर (UBER) कंपनियां शामिल हैं. हालांकि अभी भी ये कंपनियां सवारी साझा करने की सुविधा देती है. इसी तरह Quick Ride, Bla Bla Car, Eride और Quicreach नाम से एप हैं, जिसके जरिए एक ही जगह जाने वाले यात्री सीट को साझा कर सकते हैं. लेकिन ये दिल्ली के बाहर जाने वाले इसका ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.

दिल्ली में 100 हॉटस्पॉट चिह्नित

दिल्ली सरकार ने ट्रैफ़िक पुलिस के माध्यम से 100 ऐसे हॉटस्पॉट को चिन्हित किया है जहां आफिस जाने के वक्त जाम लगता है. सरकार की कोशिश है कि ऐसी जगह पर शेयरिंग कैब के ज्यादा विकल्प लोगों को दिया जाए. इसी बाबत कई एप आधारित कंपनियों से बातचीत चल रही है.

टैक्सी ही नहीं..शेयरिंग बसें भी चलाई जाएं

प्रदूषण बढ़ने पर सरकार ने पहले भी इस तरह की योजना बनाई थी. आम आदमी पार्टी की सरकार में भी घोषणा की गई थी कि सप्ताह में एक दिन सारे मंत्री बसों से आएंगे, लेकिन प्रदूषण कम होते ही ये योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी. दिल्ली सरकार का मानना है कि NCR से बहुत से लोग दिल्ली आते हैं. उनके लिए शेयरिंग ई-बसों का ज्यादा विकल्प दिया जाए. उसके मद्देनजर भी सरकार काम कर रही है.

शेयरिंग कार या बस पूल में महिलाओं की सुरक्षा कैसे?

दिल्ली सरकार एप आधारित कंपनियों से बातचीत करके ज्यादा से ज्यादा महिला ड्राइवर को इन कार पूल को चलाने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है, ताकि महिलाएं टैक्सी साझा करने में झिझकें नहीं. साथ ही टैक्सियों में लगे सेफ्टी बटन और GPS लोकेशन को भी सेंट्रलाइज्ड करने के बाबत ट्रैफिक पुलिस से बातचीत चल रही है.

दिल्ली सरकार तेजी से कर रही काम

दिल्ली सरकार का मानना है कि प्रदूषण कम करने के लिए ई-टैक्सी या ई-बसों पर जोर दिया जाए. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में दिल्ली की सड़कों पर वाहन को कम करने की दिशा में सरकार ठोस प्रयास कर रही हैं. लोगों को दफ्तर आने में सुविधा हो और महिलाएं सुरक्षित तरीके से काम करने वाली जगह पर पहुंचे इसके लिए कई उपाय पर तेजी से काम हो रहा है.

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ऑटोमेटेड कमर्शियल व्हीकल फिटनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं

दिल्ली में हर साल 70 हजार वाहनों के फिटनेस टेस्ट की सुविधा है. तीन नए ऑटोमेटिक कमर्शियल टेस्टिंग सेंटर बन रहे हैं. झुलझुली में तेजी से काम हो रहा है. दिल्ली में करीब 3 करोड़ के आसपास गाड़ियां हैं, लेकिन अभी तक बुराडी में ही वाहनों की टेस्टिंग होती थी.

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