कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए संक्रमण को लेकर दिल्ली सरकार सतर्क हो गई है. गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में केजरीवाल कोरोना से निपटने की तैयारी की समीक्षा करेंगे. चीन में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के जिस सब वेरिएंट BF.7 ने इस समय कहर बरपा रखा है, उसके चार मामले भारत में भी मिले हैं. इसके बाद दिल्ली सरकार सतर्क हो गई है.
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों ने भारत सहित दुनियाभर में चिंता बढ़ा दी है. चीन में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट BF.7 ने कहर बरपा रखा है. उस वैरिएंट के चार मामले भारत में भी मिले हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को जानकारी दी कि Insacog data से मिली जानकारी के मुताबिक चार BF.7 variant भारत में मिले हैं. गुजरात और ओडिशा में ये वेरिएंट मिला है. भारत में इस सब वेरिएंट का जुलाई में एक, सितंबर में दो और नवंबर में एक मामला मिला है. बता दें, BF7 वेरिएंट BA.5 का sub lineage है. चीन में मामले बढ़ाने के पीछे ये वेरिएंट अहम है.
गुजरात के वडोदरा शहर के सुभानपुरा क्षेत्र में रहने वाली 61 वर्षीय महिला 11 सितंबर 2022 को अमेरिका से आई थी और वे 18 सितंबर को कोविड-19 पॉजिटिव पाई गईं. मरीज ने Pfizer वैक्सीन की तीन डोज ली थी और होम आइसोलेशन में थी. महिला का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए गांधीनगर भेजा गया था और BF.7 सब वेरिएंट के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग का रिजल्ट आज आया. मरीज का स्वास्थ्य ठीक है. गाइडलाइंस के अनुसार, कोविड पॉजिटिव पाए जाने के दौरान उसके 'क्लोज कांटेक्ट' के तीन लोगों का भी टेस्ट कराया गया था जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.
गौरतलब है कि चीन में कोरोना (Covid) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत भी सतर्क हो गया है. केंद्र सरकार कोरोना के मामलों पर नजर रख रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस सिलसिले में आज शीर्ष अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ महामारी की स्थिति पर समीक्षा बैठक की.
इसमें कोरोना पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया. केंद्र सरकार ने एहतियात के तौर पर लोगों को भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सलाह दी है. बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा था कि अभी पैनिक होने की जरूरत नहीं है. भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सभी को सलाह है. हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय में समीक्षा बैठक होगी. टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है. बीच-बीच में स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं? कोई नई गाइडलाइन फिलहाल जारी नहीं की जा रही है.