दिल्ली जाने वाले एयर इंडिया के एक विमान की उड़ान पुणे हवाई अड्डे पर सामान ले जाने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराने के बाद रद्द कर दी गई. यह दुर्घटना तब हुई, जब पुणे हवाई अड्डे पर यह विमान उड़ान के लिए रनवे की तरफ बढ़ रहा था. एयरलाइन सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह घटना बृहस्पतिवार शाम करीब 4 बजे हुई. सूत्रों ने बताया कि विमान में करीब 200 यात्री सवार थे और घटना के बाद वे करीब छह घंटे तक हवाई अड्डे पर फंसे रहे. एयर इंडिया ने कहा कि यात्रियों को उनका पूरा किराया वापस कर दिया गया और उन्हें अगली यात्रा मुफ्त में करने की पेशकश की गई. उसने बताया कि आगे की अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले यात्रियों को अन्य एयरलाइन द्वारा संचालित उड़ानों में समायोजित किया गया. एयरलाइन ने यह भी कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है.
यात्रियों ने यह बताया
विमान में सवार एक यात्री शहाब जाफरी ने बताया कि विमान को शाम करीब 4 बजे रवाना होना था. उन्होंने कहा, 'उड़ान भरने के लिए रनवे की ओर बढ़ते समय विमान ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मार दी. घटना के बाद हम करीब एक घंटे तक विमान में ही रहे. पायलट ने हमें घटना की जानकारी दी और उसके बाद हमें विमान से उतार दिया गया.' जाफरी ने बताया कि बार-बार कहने के बाद यात्रियों को वैकल्पिक उड़ान व्यवस्था के बारे में बताया गया. उन्होंने कहा, 'हम शाम 4 बजे से रात 9.55 बजे तक करीब छह घंटे तक हवाई अड्डे पर फंसे रहे.' उन्होंने बताया कि एयरलाइन कर्मचारियों से मामले की जानकारी लेने के बाद यात्रियों को शाम करीब 7.30 बजे जलपान उपलब्ध कराया गया. जाफरी ने कहा, 'यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा. कुछ यात्रियों की कनेक्टिंग फ्लाइट थी और वे निस्संदेह उन फ्लाइट को नहीं पकड़ पाए होंगे.' आखिरकार उनका विमान रात 10.20 बजे रवाना हुआ और रात 12.20 बजे के आसपास दिल्ली पहुंचा.
एयर इंडिया ने किराया वापस किया
अपने आधिकारिक बयान में, एयर इंडिया ने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि वास्तव में क्या हुआ था. एयरलाइन ने कहा कि पुणे से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले उनके एक विमान से संबंधित एक घटना हुई थी. इसमें कहा गया है, 'विमान को जांच के लिए रोक लिया गया. सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया और उड़ान रद्द कर दी गई. यात्रियों को उनका पूरा किराया वापस कर दिया गया और उन्हें आगे की यात्रा मुफ्त में करने की सुविधा दी गई. जिन यात्रियों को आगे अंतरराष्ट्रीय उड़ान पकड़नी थी, उन्हें अन्य एयरलाइंस की मदद से दिल्ली भेजा गया. घटना की जांच पहले ही शुरू कर दी गयी है.'