- जैश सरगना मसूद अजहर अपने नापाक मंसूबों को आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं की जिहादी फौज खड़ी कर रहा है
- जमात-उल-मोमिनात नाम की इस ब्रिगेड को लेकर मसूद अजहर का 21 मिनट का एक ऑडियो सामने आया है
- इस ऑडियो में वह महिला जिहादी ब्रिगेड का पूरा खाका पेश करते बड़े पैमाने पर भर्ती, ट्रेनिंग की बातें कर रहा है
लाल किला ब्लास्ट और विस्फोटकों की बरामदगी के मामले में प्रमुख संदिग्ध के तौर पर उभर रहे पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर अपने नापाक मंसूबों को आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं की जिहादी फौज खड़ी कर रहा है. इसका नाम जमात-उल-मोमिनात बताया गया है. इसे लेकर मसूद अजहर का 21 मिनट का एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें वह महिला जिहादी ब्रिगेड का पूरा खाका पेश करते इसमें बड़े पैमाने पर औरतों की भर्ती, ट्रेनिंग की बातें कर रहा है.
डॉ.शाहीन को जिहादी ब्रिगेड की कमान
सूत्रों का दावा है कि जैश की इस महिला ब्रिगेड जमात-उल-मोमिनात का प्रमुख चेहरा मसूद अजहर के भतीजा उमर फारुख की पत्नी अफीरा बीबी है. वह मसूद की बहन सादिया अजहर के साथ मिलकर काम करती हैं. लाल किला आतंकी हमले और विस्फोटकों की बरामदगी मामले में लखनऊ से गिरफ्तार डॉ. शाहीन सईद भी अफीरा बीबी के संपर्क में थी. वह फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर थी. सूत्रों का कहना है कि शाहीन को भारत में औरतों को महिला आतंकी ब्रिगेड में भर्ती करने का काम सौंपा गया था.
ब्रिगेड की औरतों को दी जाए स्पेशल ट्रेनिंग
मसूद अजहर इस ऑडियो में कहता सुनाई दे रहा है कि इस्लाम सिर्फ आदमियों के लिए नहीं है, औरतें भी दीन और जिहाद के लिए बराबर की जिम्मेदार हैं. मसूद ने इस महिला विंग में शामिल होने वाली महिलाओं के लिए स्पेशल आतंकी ट्रेनिंग का भी जिक्र किया है. उसने कहा है कि ये पुरुषों के ट्रेनिंग कोर्स दौरा-ए-तर्बियत की तरह चलाए जाएंगे.
2 तरह को कोर्स करने होंगे महिला जिहादियों को
मसूद अजहर के मुताबिक, इस ट्रेनिंग में दो तरह के कोर्स प्रमुख होंगे. एक दौरा-ए-तस्किया जो कि 10 दिन का कोर्स होगा. दूसरा कोर्स दौरा-आयत-उल-निसा होगा, जिसमें महिलाओं को कुरान-ए-मजीद की खासतौर से महिलाओं के लिए आयतों के बारे में बताया जाएगा. इनमें भी महिलाओं को जन्नत मिलने का ख्वाब दिखाया गया है.
महिला ही चलाएंगी ब्रिगेड, हर जिले में एक लीडर होगा
इस जिहादी महिला ब्रिगेड को कैसे मजबूत किया जाएगा, इसके बारे में भी मसूद अजहर ने डिटेल में बताया है. उसने इसके 5 आधार बताए हैं. इसे आगे बढ़ाने और नजर रखने के लिए हर जिले में महिला मैनेजर (मुंतजिमा) की नियुक्ति की भी बात कही है. मसूद ने कहा है कि यह पूरा संगठन महिलाओं द्वारा ही चलाया जाएगा. हर मेंबर को अपनी क्षमता के अनुसार हर महीने एक रुपये से लेकर 10 रुपये तक का चंदा देना होगा.
गैर पुरुषों से बातचीत की भी मनाही
ब्रिगेड में शामिल महिलाएं अपने मकसद से भटकें नहीं, इसके लिए मसूद अजहर ने गैर पुरुषों से बातचीत करने और फोन या सोशल मीडिया के जरिए संपर्क करने की भी मनाही लगाई है. अगर किसी गैर मर्द से बात करनी होगी तो पिता, भाई या पति वगैरा के जरिए ही की जा सकती है.













