Delhi Blast Case: दिल्ली लाल किला बम धमाका के मामले में तीसरे दिन बड़े खुलासे हुए हैं. धमाके के वक्त का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. साथ ही संदिग्ध हमलावर की कार अल फलाह यूनिवर्सिटी की कार पार्किंग में 10 दिन खड़े होने की बात भी सामने आई है. आइए जानते हैं दिल्ली ब्लास्ट केस के बड़े अपडेट्स...
दिल्ली ब्लास्ट का सीसीटीवी फुटेज: दिल्ली में लाल किला बम ब्लास्ट का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन से आगे गाड़ियां बढ़ रही थीं और अचानक 6.50 बजे तेज धमाका हुआ. हर तरफ आग और धुआं छा गया. सीसीटीवी कैमरे की स्क्रीन भी बंद हो गई.
एनआईए संभालेगी कमान: लाल किला धमाके की जांच NIA के एडीजी विजय सखारे संभालेंगे. इसके लिए स्पेशल 10 अफसरों की टीम तैयार की है. आईजी , 2 डीआईजी और 3 एसपी और बाकी डीएसपी लेव के अधिकारी शामिल हैं. गृह मंत्रालय ने लाल किला ब्लास्ट केस की जांच एनआईए को सौंपी है. एनआईए टीम जम्मू कश्मीर, दिल्ली और हरियाणा पुलिस के साथ यूपी एटीएस से जैश मॉड्यूल की तमाम केस डायरी हासिल करेगी.
डॉ शाहीन के भाई का खुलासा: डॉ शाहीन के भाई शोएब ने एनडीटीवी को बताया कि वो पढ़ने में होशियार थी. परिवार के वो 4 सालों से संपर्क में नहीं था. वो कट्टर धार्मिक विचारों वाली नहीं थी और उसका निकाह डॉ जफर से हुआ थी लेकिन फिर तलाक हो गया. बीते कुछ सालों में डॉ शाहीन कहां थी और किसके संपर्क में रही, नहीं पता. डॉ शाहीन के दोनों बच्चे उसके तलाकशुदा पति के साथ रहते थे. उन्होंने कहा कि डॉ परवेज भी बीते तीन सालों से परिवार से संबंध नहीं रखते थे. उनकी पत्नी और बच्चे अलग होकर पटना में रहते हैं.
पूर्व पति सामने आया: डॉ. शाहीन के पूर्व पति डॉ हयात ने कहा कि उनकी शादी के बाद 2012 में तलाक हो गया था. उसके बाद नहीं पता था कि वो है कहां और न मैं कभी उसके संपर्क में रहा. दोनों के दो बच्चे हैं और दोनों हयात के साथ रहते हैं. वो चाहती थी कि हम विदेश में बस जाएं.
दिल्ली लाल किले धमाके की जांच में खुलासा: सूत्रों का कहना है कि लाल किला, इंडिया गेट, प्रमुख रेलवे स्टेशन, कांस्टीट्यूशन क्लब, गौरी शंकर मंदिर और शॉपिंग मॉल आतंकियों के टारगेट पर थे. सूत्रों के मुताबिक यह साजिश जनवरी 2025 से रची जा रही थी. ये आतंकी मॉड्यूल मुंबई के 26/11 जैसे बड़े हमलों की साजिश कर रहा था. मॉड्यूल ने करीब 2 सौ शक्तिशाली IED विस्फोटक बनाने की योजना बनाई थी. दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के हाई प्रोफाइल टारगेट थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मस्थलों को निशाना बनाकर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश थी. डॉक्टरों का ब्रेनवॉश करके टीम तैयार की गई.
फरीदाबाद यूनिवर्सिटी में पहुंचीं टीमें: जांच एजेंसियों की आधा दर्जन टीमें अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची हैं. यहां से एक ट्रक में सामान हरियाणा पुलिस लेकर निकली है. NIA, हरियाणा, STF, दिल्ली स्पेशल सेल और यूपी STF की टीम भी कैंपस के अंदर मौजूद है. विस्फोटक छिपाने के लिए आरोपियों ने धौज और फतेहपुर तगा इलाके में ऐसे कमरे किराये पर लिए थे, जहां किसी को शक न हो.
मेवात से मौलवी पकड़ा: मेवात से एक मौलवी को हिरासत में लिया गया है. उसने डॉक्टर मुजम्मिल को अपना कमरा किराये पर दिया था. फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव में 2500 किलो से ज्यादा विस्फोटक मौलवी के कमरे से मिला था. NIA मौलवी से पूछताछ कर रही है. मौलवी इस्ताक को जम्मू कश्मीर ले जाया गया है. उससे NIA और जम्मू कश्मीर पुलिस जांच कर रही है.
दो और कारें खरीदी थीं : दिल्ली बम ब्लास्ट से जुड़ी एक्सक्लूसिव जानकारी एनडीटीवी को मिली है. इसके मुताबिक, जैश का आतंकी डॉक्टर उमर और आमिर ने दिल्ली से दो और कारें खरीदी थीं. इन कारों का भी शायद धमाके के लिए इस्तेमाल किया जाना था. जम्मू-कश्मीर पुलिस सभी संदिग्ध और गिरफ्तार लोगों के आदार और डीएल के साथ व्हाट्सएप, टेलीग्राम डिटेल खंगाल रही है. उनकी ट्रेवल हिस्ट्री भी जांची जा रही है. दिल्ली ब्लास्ट की जांच तो एनआईए कर रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने स्टेट इनवेस्टिगेशन एजेंसी और सीआईडी को जैश के इस नए आतंकी मॉड्यूल की जांच सौंप दी है.
फरीदाबाद यूनिवर्सिटी पहुंचीं टीमें: जांच एजेंसियों की आधा दर्जन टीमें अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची हैं. यहां से एक ट्रक में सामान हरियाणा पुलिस लेकर निकली है. NIA, हरियाणा, STF, दिल्ली स्पेशल सेल और यूपी STF की टीम भी कैंपस के अंदर मौजूद है. विस्फोटक छिपाने के लिए आरोपियों ने धौज और फतेहपुर तगा इलाके में ऐसे कमरे किराये पर लिए थे, जहां किसी को शक न हो.
तुर्की गए थे आतंकी डॉक्टर: सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर उमर मोहम्मद और मुजम्मिल तुर्की गए थे. दोनों ने वहां जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के लोगों से मुलाकात की थी. उनकी और डिटेल खंगाली जा रही है.













