दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi assembly elections)को लेकर समीकरण बनने और बिगड़ने लगे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव में महिला वोटर्स की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है. 2015 और 2020 के चुनावों में महिलाओं की उच्च मतदान दर ने आम आदमी पार्टी (AAP) की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. महिलाओं को आकर्षित करने के लिए सभी दलों की तरफ से जोर लगायी जा रही है.आम आदमी पार्टी ने महिलाओं के लिए ₹2,100 की योजना की घोषणा की है.वहीं, कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं को ₹3,000 मासिक सहायता और 400 यूनिट मुफ्त बिजली जैसी योजनाओं का वादा किया है.
2020 के चुनाव में महिलाओं का कैसा रहा था वोटिंग ट्रेंड
2020 के विधानसभा चुनाव में 60 प्रतिशत महिला वोटर्स ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया था. वहीं 35 प्रतिशत वोटर्स ने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया था. वहीं कांग्रेस पार्टी को महज 3 प्रतिशत महिला वोटर्स का साथ मिला था. कांग्रेस को 2015 की तुलना में 7 प्रतिशत मतों का नुकसान हुआ था वहीं बीजेपी को एक प्रतिशत मतों का लाभ हुआ था आम आदमी पार्टी को 7 प्रतिशत मतों का लाभ हुआ था. आम आदमी पार्टी को पुरूष मतों में गिरावट हुई थी लेकिन महिलाओं मतों का साथ मिलने के कारण पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की.
किस पार्टी ने कितने महिलाओं को बनाया उम्मीदवार
2025 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 10 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को मौका दिया है. वहीं कांग्रेस पार्टी ने कांग्रेस में 48 में से 4 सीटों पर महिला उम्मीदवारों का मौका दिया है.
आप को महिला वोटर्स से है उम्मीद?
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता शैली ओबेरॉय ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए 3 लाख सीसीटीवी कैमरा लगाया है. 4 लाख से अधिक स्ट्रिट लाइट लगाए गए हैं. बस यात्रा का मुफ्त बनाया है. बस मार्सल की नियुक्ति हुई. अब हमारी सरकार ने महिला सम्मान योजना की शुरुआत की है. पूरे देश में अगर कोई पार्टी महिलाओं को मजबूत कर रही है कि वो आम आदमी पार्टी है.
बीजेपी का क्या है पक्ष?
बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि दिल्ली की हालत बेहद खराब है. सड़कें बदहाल है. टैंकर माफियाओं का राज है. पीडब्लूडी के रोड का हाल बेहद खराब है. दिल्ली की अर्थव्यवस्था चौपत हो गयी है. साथ ही उन्होंने कहा कि एक तरफ इनका कहना है कि एलजी काम नहीं करने देते हैं और दूसरी तरफ कहते हैं कि हमने बहुत काम करते हैं. ये सिर्फ एलजी के साथ विवाद करते हैं.
यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण: नीरजा चौधरी
2015 और 2020 में महिला वोटर्स का रूझान आम आदमी पार्टी की तरफ था. उन्होंने कहा कि यह चुनाव कुछ अलग हो सकता है. गरीब तबका आम आदमी पार्टी से बेहद प्रभावित है.नीरजा चौधरी ने कहा कि संभव है कि इस चुनाव में मध्यम वर्ग और गरीबों के बीच महिला वोटर्स में भी बंटवारा होगा.