दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अब अपने अभियान में तेज़ी ला रही है. बड़ी बात ये है कि लोकसभा चुनाव साथ लड़ने वाली कांग्रेस अब खुलकर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ़ उतर आई है. ख़ुद राहुल गांधी अब केजरीवाल पर हमलावर हैं. राहुल गांधी का रिठाला विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले नज़फगढ़ नाला पहुंचना दिल्ली चुनाव के नज़रिए से बेहद अहम साबित हो सकती है. ये बता रही है कि आम आदमी पार्टी को लेकर कांग्रेस की दुविधा अब ख़त्म हो रही है. राहुल गांधी ने केजरीवाल के दावों पर सीधा हमला किया है और उन्हें 'झूठा' करार दिया.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो भी साझा किया. इसमें वो एक गंदे नाले के बगल में पार्टी कार्यकर्ताओं और मीडियाकर्मियों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. इस पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, "ये है केजरीवाल जी की ‘चमकती' दिल्ली - पेरिस वाली दिल्ली!" वीडियो को 'साफ करो दिल्ली' हैशटैग भी दिया है.
राहुल गांधी अब दिल्ली चुनाव में पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने सीधे केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की तरह केजरीवाल भी झूठ की राजनीति करते हैं. वो जाति जनगणना के सवाल पर चुप रहते हैं. इंडिया गठबंधन बनने के बाद पहली बार राहुल ने केजरीवाल पर खुलकर हमला किया है. केजरीवाल ने भी पलटवार करते हुए पर्दे के पीछे कांग्रेस और बीजेपी पर जुगलबंदी का आरोप लगाया है.
राहुल गांधी कांग्रेस बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं - केजरीवाल
केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन वह (केजरीवाल) देश बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. आप प्रमुख ने कहा कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच 'जुगलबंदी' को उजागर कर देगा. केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बारे में एक ही लाइन बोली और जवाब भाजपा की ओर से आ रहा है. भाजपा को देखिए कितनी तकलीफ हो रही है. शायद दिल्ली का ये चुनाव कांग्रेस और भाजपा के बीच सालों से पर्दे के पीछे चल रही 'जुगलबंदी' पर से पर्दा हटा देगा.
कांग्रेस नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल जब पैदा भी नहीं हुए थे, तो कांग्रेस के लोग अंग्रेजों की लाठियां खा रहे थे. अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल रहे थे. कांग्रेस के लोग कभी अंग्रेजों से भी नहीं डरे. उन्होंने कहा कि केजरीवाल बड़बोले हैं, उन्हें यह बात समझ नहीं आएगी कि कांग्रेस का मतलब देश है.
पिछले तीन चुनावों का आंकड़ा :
2013 | 2015 | 2020 | |
AAP | 28 | 67 | 62 |
30% | 54% | 54% | |
BJP | 31 | 3 | 8 |
33% | 32% | 39% | |
CONGRESS | 8 | 0 | 0 |
25% | 10% | 4% |
कांग्रेस अगर इस चुनाव में अपना प्रदर्शन सुधारती है और आम आदमी पार्टी (AAP) के 5% वोट काट ले तो...
Party | 2020 Actual Result | 2025 Estimated Result |
AAP | 62 | 52 |
BJP | 8 | 18 |
CONGRESS | 0 | 0 |
दिल्ली में कांग्रेस - आम आदमी पार्टी मिलकर लड़ते तो? | ||||||
अगर AAP और कांग्रेस मिलकर लड़ते तो | ||||||
Party | 2020 Actual Result | 2025 Estimated Result | ||||
AAP | 62 | INDIA 64 | ||||
CONG | 0 | |||||
BJP | 8 | 6 | ||||
लोकसभा चुनाव 2024 में मिलकर लडे तो कैसा था परिणाम | ||
लोकसभा की सातों सीटें बीजेपी ने जीती पर विधानसभा के आधार पर ये था परिणाम | ||
Delhi 2024 Lok Sabha Elections | ||
LSbyVS | ||
Seats | % Votes | |
BJP | 52 | 54.4 |
INDIA | 18 | 43.1 |
AAP | 10 | 24.2 |
Cong | 8 | 18.9 |
OTH | 0 | 2.5 |
Total | 70 |
अगर कांग्रेस के साथ BJP भी इस चुनाव में अपना प्रदर्शन सुधारती है तो | |||||
SCENARIO B - अगर AAP के 5% वोट CONG काट ले और 5% वोट BJP काट ले तो | |||||
Party | 2020 Actual Result | 2025 Estimated Result | |||
AAP | 62 | 31 | |||
BJP | 8 | 39 | |||
CONG | 0 | 0 | |||
SCENARIO C - अगर AAP के 7.5% वोट CONG काट ले और 7.5% वोट BJP काट ले तो | ||
Party | 2020 Actual Result | 2025 Estimated Result |
AAP | 62 | 17 |
BJP | 8 | 53 |
CONG | 0 | 0 |
साफ है कि अब कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी को घेरने की रणनीति पर काम कर रही है. इसके संकेत सोमवार को भी मिले, जब राहुल गांधी दिल्ली चुनाव के लिए अपनी पहली रैली को संबोधित करने सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे.
राहुल गांधी ने कहा, "केजरी वाल आए और कहा कि दिल्ली साफ कर दूंगा, भ्रष्टाचार मिटा दूंगा, पेरिस बना दूंगा. अब हालात ऐसे हैं कि भयानक प्रदूषण है. लोग बीमार रहते हैं. लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. जैसे पीएम मोदी झूठे वादे और प्रचार करते हैं, वैसे ही झूठे वादे केजरीवाल भी करते हैं. इन दोनों में कोई फर्क नहीं है."
कांग्रेस नेता ने कहा, "जब मैं जातिगत जनगणना की बात करता हूं, तो केजरीवाल के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता. क्योंकि वो चाहते हैं कि देश में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को शासन-प्रशासन व संसाधनों में भागीदारी न मिले. केजरीवाल से कहिए कि वो देश के सामने कहें कि आरक्षण की सीमा बढ़ाएंगे, जातिगत जनगणना कराएंगे."
‘इंडिया' गठबंधन के दोनों घटक दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन नहीं हो सका था, जिसके बाद से ‘आप' और कांग्रेस के बीच संबंध खराब हो गए. दोनों दलों ने 2024 का लोकसभा चुनाव दिल्ली में गठबंधन में लड़ा था. हालांकि, अब दोनों ही पार्टियां 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी दिल्ली में अब अपनी खोई ज़मीन पाना चाहती है. पार्टी जानती है कि जब तक आम आदमी पार्टी ताकतवर रहेगी, उसकी वापसी मुश्किल है. आम आदमी पार्टी के उदय के बाद कांग्रेस का वोट बैंक उसकी तरफ चला गया है. खासकर कांग्रेस के मुस्लिम वोट में आम आदमी पार्टी ने पूरी तरह सेंधमारी कर ली है.
इसलिए अब कांग्रेस आम आदमी पार्टी पर पूरी तरह हमलावर है. राहुल गांधी के भाषण के बाद जब केजरीवाल ने पलटवार किया तो यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भानू चिब ने केजरीवाल पर सीधा हमला किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "देश हम बचा लेंगे, तुम तिहाड़ में वापसी की तैयारी करो."
पिछले दोनों विधानसभा चुनावों में शून्य सीटें पाने वाली कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदली है. मिसाल के तौर पर,
- नई दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल को सीधे घेरने की कोशिश की गई है.
- पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को केजरीवाल के खिलाफ़ उतारा है.
- इसी तरह मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अल्का लांबा को उतारा गया है.
- आम आदमी पार्टी के लोक लुभावन वादों की काट के तौर पर पार्टी ने भी महिलाओं को 2500 रुपया देने का ऐलान किया है.
- पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन ने तो केजरीवाल को देशद्रोही तक क़रार दिया.
कांग्रेस के लिए दुविधा की स्थिति इसलिए थी, क्योंकि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और शरद पवार जैसे इंडिया गठबंधन के नेताओं ने दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की बजाए आम आदमी पार्टी के समर्थन का ऐलान किया है, लेकिन पार्टी के रुख से फ़िलहाल साफ़ है कि अब उसके लिए दिल्ली में खोई ज़मीन वापस लेना ज़्यादा बड़ा लक्ष्य है, न कि गठबंधन की सीमाएं.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा. चुनाव आयोग के मुताबिक, 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने बहुमूल्य अधिकार का प्रयोग करेंगे. नतीजे का ऐलान 8 फरवरी को होगा.