दिल्लीवासियों को केजरीवाल सरकार का तोहफा, 10 साल पुरानी गाड़ियों पर नया फैसला

केजरीवाल सरकार की नई पहल से दिल्ली के हजारों लोग अपनी पुरानी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करा सकेंगे. दिल्ली परिवहन विभाग ने इस बारे में एक पब्लिक नोटिस जारी किया है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
दिल्ली परिवहन विभाग ने इस बारे में एक पब्लिक नोटिस जारी किया है.
नई दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) की अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार ने दिल्लीवासियों को तोहफा दिया है. अब 10 साल पुरानी पेट्रोल और डीजल की चार पहिया गाड़ियों को इलेक्ट्रिक व्हीकल में कन्वर्ट कराया जा सकेगा. इस दिशा में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पुरानी गाड़ियों में इलेक्ट्रिक रिट्रो फिटमेंट किट के निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 

केजरीवाल सरकार की नई पहल से दिल्ली के हजारों लोग अपनी पुरानी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करा सकेंगे. दिल्ली परिवहन विभाग ने इस बारे में एक पब्लिक नोटिस जारी किया है.

दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी और गंभीर समस्या है. इस वजह से 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों के परिचालन पर रोक है. अगर 10 साल पुरानी  गाड़ियों की स्थिति ठीक है तो उसे सड़क पर उतारने के लिए सरकार ने ये बीच का रास्ता निकाला है. आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल-डीजल पर संचालित 10 साल पुरानी गाड़ियों की संख्या लाखों में है. लिहाजा, सरकार के इस फैसले से हजारों लोगों को राहत मिल सकती है. 

लगातार 7 वें दिन हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं, 21 नवंबर तक सरकारी विभागों में 100 % वर्क फ्रॉम

इस बीच, वायु प्रदूषण के चिंताजनक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने वाहन चालकों से अपनी गाड़ियों पर ईंधन की पहचान वाले रंगीन स्टीकर लगवाने को कहा है. परिवहन विभाग ने शुक्रवार को जारी नोटिस में कहा कि उच्चतम न्यायालय के एक आदेश और केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 के अनुसार दिल्ली राज्यक्षेत्र में पंजीकृत सभी वाहनों पर क्रोमियम आधारित होलोग्राम स्टीकर का प्रदर्शन अनिवार्य है.

"हम एक गैस चैंबर बन गए हैं": धुंध से ढकी दिल्ली में घुटती जिंदगी

उसने कहा, ‘‘पुराने वाहनों के मालिकों को सलाह दी जाती है कि अपने वाहन की विंडशील्ड पर ईंधन की संबंधित श्रेणी के हिसाब से क्रोमियम आधारित होलोग्राम स्टीकर चस्पा कराने के लिए संबंधित विक्रेताओं से संपर्क करें.'' सड़कों पर निरीक्षण के दौरान यातायात पुलिस के अधिकारियों को रंगों वाले स्टीकरों से उसमें इस्तेमाल पेट्रोल, डीजल समेत ईंधन का पता चलता है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maharashtra Politics: Balasaheb Thackeray के उत्तराधिकारी पर क्या बोले Vageesh Saraswat | NDTV India