"2-3 दिन बाद पता चलेगा जख्म कितने गहरे हैं": दिल्ली एसिड अटैक पर NDTV से बोले सफदरजंग के MS

पीड़िता के माता-पिता ने कहा कि बेटी ने घर पर किसी के द्वारा परेशान किए जाने की बात कभी नहीं कही.

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नई दिल्ली:

दिल्ली के द्वारका इलाके में दो बाइक सवार लड़कों ने 17 साल की एक लड़की पर तेजाब फेंक दिया था. पुलिस ने इस घटना में शामिल तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पीड़िता की हालत स्थिर बनी हुई है. सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर बीएल शेरवाल ने एनडीटीवी से बात की और उसकी हालत की जानकारी दी.

डॉ शेरवाल ने कहा कि मरीज को सुबह हमारे पास लाया गया था. अभी डॉक्टरों ने परीक्षण किया है, लगभग आठ प्रतिशत बर्न इंजरी है, कंडीशन फिलहाल स्टेबल है. लेकिन घाव कितने गहरे हैं ये 48 से 72 घंटे के बाद ही पता चल पाता है. हम उसका इलाज कर रहे हैं.

वहीं लड़की के पिता ने इस हमले के बाद मीडिया को बताया कि बेटी की हालत गंभीर है और एसिड बेटी के चेहरे और उसकी आंखों में भी चला गया. घटना के बाद पीड़िता ने ही दोनों संदिग्धों की पहचान की थी.

उन्होंने बताया, "मेरी दो बेटियां (एक 17 साल की और दूसरी 13 साल की) आज सुबह एक साथ बाहर निकली थीं. अचानक बाइक सवार दो लोगों ने मेरी बड़ी बेटी पर तेजाब फेंक दिया और वहां से चले गए. उन्होंने अपना चेहरा ढक रखा था."

यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी बेटी ने किसी के द्वारा उत्पीड़न की शिकायत की है तो पिता ने कहा कि नहीं, उसने नहीं की. अगर की होती तो मैं हर जगह उसके साथ होता. बहनें मेट्रो में एक साथ स्कूल जाती थीं. NDTV ने लड़की की मां से भी बात की. उन्होंने भी यह कहा कि बेटी ने घर पर किसी के द्वारा परेशान किए जाने की बात नहीं कही.

चौंकाने वाली ये घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसमें दो लड़कियों को सड़क के किनारे चलते हुए देखा जा सकता है, तभी एक बाइक पास आकर धीमी होती है और पीछे बैठा एक लड़का 17 साल की स्टूडेंट पर तेजाब फेंक देता है. इसके बाद वह बेहद दर्द में अपना चेहरा पकड़कर इधर-उधर दौड़ती हुई दिखाई देती है.

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