देश में कोरोनोवायरस के खिलाफ जारी टीकाकरण का ग्राफ नीचे गिरा है. सितंबर में एक दिन में कोविड वैक्सीन की औसतन 8.43 मिलियन खुराक दी गईं. जो कि घटकर अक्टूबर में एक दिन में औसतन 5.19 मिलियन खुराक पर आ गई है. एनडीटीवी के कोविड ट्रैकर से देश में जारी टीकाकरण की रफ्तार में आई गिरावट का पता चला है. टैकर के मुताबिक नवंबर के पहले सप्ताह के लिए साप्ताहिक औसत डेटा एक दिन में 2.98 मिलियन खुराक है. केंद्र सरकार का लक्ष्य वर्ष के अंत तक अपनी सभी वयस्क आबादी को टीका लगाना है. लेकिन इस धीमी गति से लक्ष्य दूर होता दिख रहा है.
पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड के टीके अब घर-घर ले जाने चाहिए और दूसरी खुराक पर ध्यान देना चाहिए. महाराष्ट्र सहित कई राज्यों ने केंद्र से डोर टू डोर टीकाकरण की अनुमति देने के लिए याचिका दायर की है, खासकर उन लोगों के लिए जो बीमार हैं या टीकाकरण केंद्रों पर जाने में असमर्थ हैं.
पीएम मोदी ने कहा था, ''अब तक आप सभी ने लोगों को टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचाने की व्यवस्था की है. अब हर घर तक वैक्सीन पहुंचाई जाए, घर-घर जाकर वैक्सीन लगाई जाए.''
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 1.3 अरब लोगों के देश में लगभग तीन-चौथाई वयस्कों ने वैक्सीन की पहली खुराक ली है और 30 प्रतिशत वैक्सीन की पूरी खुराक ले चुके हैं. भारत 21 अक्टूबर को एक अरब COVID-19 टीकाकरण आंकड़े को पार कर गया. टीकाकरण का 100 करोड़ का आंकड़ा अप्रैल और मई में मामलों में भारी वृद्धि के महीनों के बाद सामने आया. अप्रैल और मई महीने में कोरोना संक्रमण के प्रति दिन 400,000 से अधिक केस और 4,000 मौतें हुईं. तब देश का स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया था.
नीति आयोग के सदस्य और सरकार के वैक्सीन पैनल के प्रमुख वीके पॉल ने कहा कि भारत में टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के नौ महीने से अधिक समय में 1 अरब खुराक के आंकड़े तक पहुंचना उल्लेखनीय है. वैक्सीन प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि अगली अरब खुराक में केवल तीन से चार महीने लगेंगे.
डॉ अरोड़ा ने कहा, "हमने 7 अगस्त को 50 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पूरा कर लिया था. अक्टूबर में, हमने 100 करोड़ की उम्मीद की थी. फिर आने वाले तीन महीनों में, हमारे पास लगभग 80-90 करोड़ खुराक की व्यवस्था है. वास्तव में , जनवरी तक हमारे पास लगभग 100 करोड़ खुराक होंगे. हमें इसे अगले तीन से चार महीनों के भीतर (अन्य 100 करोड़) करने में सक्षम होंगे."
बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में देश में कोविड के मामलों में लगातार गिरावट आ रही है.