आजाद हिंद फौज बनाने में क्रांतिकारी रास बिहारी बोस की थी अहम भूमिका, पुण्यतिथि पर किया गया याद

Revolutionary Ras Bihari Bose: साल 1943 में रास बिहारी को जापान सरकार ने अपने दूसरे बड़े अवॉर्ड ऑर्डर ऑफ द राइजिंग सन से सम्मानित किया था.

Advertisement
Read Time: 10 mins
नई दिल्ली:

Revolutionary Ras Bihari Bose: क्रांतिकारी रास बिहारी बोस की आज पुण्यतिथि है और इस अवसर पर कई सारे नेताओं ने उन्होंने याद किया है और श्रद्धांजलि अर्पित की है. रास बिहारी बोस का जन्म 25 मई 1886 में पश्चिम बंगाल में हुआ था. काफी कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि आज़ाद हिंद फौज की नींव रखने में इनका ही हाथ था. ब्रिटिश शासन के खिलाफ रास बिहारी बोस ने आवाज उठाई थी और भारत को आजादी दिलाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. रास बिहारी पर वायसरॉय लॉर्ड हार्डिंग के ऊपर बम फेंकने की साजिश में शामिल होना का भी आरोप लगा था.

कहा जाता है कि वायसरॉय पर हमले के बाद ये देहरादून चले गए और यहां पर वन अनुसंधान संस्थान में हेड क्लर्क के रूप में काम करने लगे. काफी समय तक ये यहां पर काम करते रहे और किसी को इनके बारे में पता तक नहीं चला है. वहीं गिरफ्तारी से बचने के लिए ये ये साल 1915 में जापान चले गए थे और यहां पर रहने लगे.  साल 1916 में उन्हें जापान की नागरिकता भी मिल गई और यहां पर उन्होंने जापानी महिला तोशिको सोमा से शादी कर ली. इस शादी से उन्होंने दो बच्चे हुए.

उन्होंने हिंदू महासभा की जापानी शाखा की भी स्थापना की थी और इसके पहले अध्यक्ष बने थे. साल 1943 में रास बिहारी को जापान सरकार ने अपने दूसरे बड़े अवॉर्ड ऑर्डर ऑफ द राइजिंग सन से सम्मानित किया था. 

रास बिहारी बोस का निधन  21 जनवरी 1945 में जापान में हुआ था और आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुण्यतिथि पर उन्होंने श्रद्धांजलि दी है और लिखा है कि महान स्वाधीनता संग्राम सेनानी, 'आजाद हिन्द फौज' के संगठनकर्ता, अद्भुत क्रांतिकारी रास बिहारी बोस को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि!

Advertisement

Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir Assembly Elections: AIP और जमाते इस्लामी के समर्थन वाले निर्दलीय किसका खेल बिगाड़ेंगे?