क्रूज ड्रग्स केस : समीर वानखेड़े दिल्ली में एनसीबी के सतर्कता पैनल के सामने पेश हुए

सूत्रों के मुताबिक वानखेड़े ने एनसीबी के उप-महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह के समक्ष मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल पर हुई छापेमारी को लेकर अपना विवरण और आधिकारिक दस्तावेज रखे

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एनसीबी की मुंबई इकाई के पूर्व प्रमुख समीर वानखेड़े (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (NCB) की मुंबई इकाई के पूर्व प्रमुख समीर वानखेड़े रविवार को यहां एक विभागीय सतर्कता पैनल के सामने पेश हुए, जो बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित अन्य से जुड़े क्रूज ड्रग्स छापेमारी मामले में एनसीबी टीम के खिलाफ कथित वसूली के आरोपों की जांच कर रही है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, वानखेड़े ने उत्तरी क्षेत्र के लिए एनसीबी के उप-महानिदेशक (DGG) ज्ञानेश्वर सिंह के समक्ष पिछले साल अक्टूबर में मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल पर हुई छापेमारी को लेकर अपना विवरण और आधिकारिक दस्तावेज रखे.

वानखेड़े और एनसीबी मुंबई की उनकी टीम के सदस्य पहले भी सतर्कता पैनल के सामने पेश हुए थे. समझा जाता है कि ताजा पेशी जांच पूरी करने की प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसके बाद डीडीजी द्वारा एनसीबी महानिदेशक को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी.

हिमाचल प्रदेश कैडर के 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी सिंह एनसीबी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) हैं. उन्हें क्रूज ड्रग्स मामले में एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल द्वारा हलफनामा दायर करने के बाद जांच का जिम्मा सौंपा गया था. हलफनामे में सैल ने दावा किया था कि मामले में आर्यन खान को बरी करने के लिए एनसीबी मुंबई के कुछ अधिकारियों और अन्य लोगों द्वारा 25 करोड़ रुपये मांगे गए थे.

सैल ने यह सुनने का दावा भी किया था कि इन पैसों में से आठ करोड़ रुपये की ‘रिश्वत' वानखेड़े को दी जानी थी. सैल मामले में एक अन्य गवाह-केपी गोसावी का अंगरक्षक था, जो धोखाधड़ी के मामले में पुणे पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जेल में बंद है.

गोसावी को पुलिस ने क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था और सतर्कता पैनल भी अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार करने से पहले जेल में उससे पूछताछ करेगा. सैल ने यह भी दावा किया था कि उसने कॉर्डेलिया क्रूज पर छापेमारी के बाद गोसावी को शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी से मिलते देखा था और वानखेड़े की मौजूदगी में उससे ‘9-10 खाली पन्नों' पर दस्तखत करने के लिए कहा गया था.

वानखेड़े ने कहा था कि छापेमारी के दौरान सभी उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया था और उन्हें हाई-प्रोफाइल ड्रग तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से रोकने के लिए फंसाया जा रहा है.

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सूत्रों ने बताया कि मामले में शामिल एनसीबी मुंबई टीम के अन्य अधिकारी भी इस सप्ताह यहां डीडीजी सिंह के नेतृत्व वाले पैनल के समक्ष पेश हुए. सिंह और उनकी टीम ने पिछले साल ऑन-स्पॉट जांच और पूछताछ के लिए मुंबई का दौरा किया था. इस दौरान अधिकारियों ने वानखेड़े, उनकी टीम के सदस्यों, सैल, आर्यन खान और अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए थे. सतर्कता दल ने एनसीबी केस के दस्तावेज और जब्त मेमो को भी कब्जे में ले लिया है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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