केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने राज्य के पीएस मदनपुर और औरंगाबाद के वन क्षेत्र में सोमवार को तलाशी अभियान छेड़कर बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है. विश्वसीय खुफिया जानकारी के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. जानकारी के अनुसार, कई टीमों वाली टुकड़ियों ने संदिग्ध क्षेत्र में कई स्थानों पर छुपाए गए हथियार गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरे की खोज की.
बरामद सामान में मैगजीन के साथ 315 बोर की राइफल, विभिन्न बोर के 3583 राउंड, चार IED, एक UBGL माउंट, दो वायरलेस सेट, एक इंटरसेप्टर, छह डेटोनेटर, 10-15 मीटर कॉर्डटेक्स वायर और आठ मोबाइल फोन शामिल हैं. इसके अलावा नक्सल साहित्य और विभिन्न लेख भी बरामद किए गए हैं. इस विशेष ऑपरेशन को खत्म करने से पहले, बरामद सभी विस्फोटकों और आईईडी को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नष्ट किया गया.
गौरतलब है कि नक्सल प्रभावित एक अन्य राज्य छत्तीसगढ़ में भी माओवादियों के खिलाफ अभियान को सीआरपीएफ को और मजबूती दी है. सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस की 165 बटालियन ने राज्य के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में स्थित कुंदर, सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB) स्थापित किया है. नया एफओबी सुरक्षा बलों को उस क्षेत्र में केंद्रित अभियान चलाने में मदद करेगा, जिसे माओवादी अपना गढ़ मानते थे. भीतरी इलाकों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी न केवल माओवादियों के खात्मे में मददगार साबित होगी बल्कि क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगी.
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