तेलंगाना सरकार (Telangana government) ने केंद्र सरकार (Central government) के इस दावे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है कि इस राज्य का देश में सबसे खराब वैक्सीन वेस्टेज रेट (Worst vaccine wastage rate)है. केंद्र के दावे से उलट दक्षिण भारत के इस राज्य ने कहा है कि वह इस बेशकीमती वैक्सीन के स्टॉक का सबसे प्रभावी ढंग और कुशलता से उपयोग कर रहा है. तेलंगाना के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. जी. श्रीनिवास ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से इस बारे में किए गए दावे से वह सहमत नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'यह पूरी तरह गलत है. हमारे बर्बादी (wastage) एक फीसदी से भी कम है. केंद्र सरकार की ओर से किए गए 17% फीसदी के दावे अलग वास्तव में केवल 0.76%. केंद्र सरकार की ओर से तैयार किए गए पोर्टल के डेटा हऔर संख्या के अनुसार हमारी 'बर्बादी' देश में सबसे कम है.'
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गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करके देश में कोराना के मौजूदा हालात की समीक्षा की थी. इस बातचीत के दौरान कोरोना वैक्सीन के 'वेस्टेज' का मुद्दा भी उठा था. पीएम मोदी ने कहा था कि तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और उत्तर प्रदेश में से प्रत्येक राज्य में 10 फीसदी से अधिक बर्बादी रिकॉर्ड हुई है. उन्होंने कहा था कि राज्यों को समीक्षा करके वेस्टेज कम करनी चाहिए. इसके तुरंत बाद केंद्रीय स्वास्थय सचिव राजेश भूषण ने मीडिया को बताया था कि तेलंगाना का सबसे खराब, 17% वेस्टेज रेट है जबकि राष्ट्रीय औसत 6.5% का है.
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PM ने मुख्यमंत्रियों से यह भी कहा था कि 'कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए. हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है.'पीएम ने कहा कि अभी ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट' को लेकर भी उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसा कि पिछले एक साल से दिखाई जा रही है. उन्होंने कहा कि हर संक्रमित व्यक्ति के contacts को कम से कम समय में ट्रैक करना और RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है.