देश में ओमिक्रॉन (Omicron) का पहला मामला कर्नाटक (Karnataka) में सामने आया था. जिसके बाद से ही राज्य में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. बावजूद इसके राजनीतिक दलों (Political Parties) के नेता कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन नहीं कर रहे हैं. आलम ये है कि सत्ताधारी पार्टी के विधायक ही कोरोना दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. भाजपा विधायक और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव एमपी रेणुकाचार्य (MP Renukacharya) ने एक वार्षिक समारोह में शिरकत की, जिसमें लोगों की भारी भीड़ नजर आई. कार्यक्रम में न सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) दिखी और न लोग मास्क लगाए नजर आए. इस घटना का एक वीडियो सामने आया है.
भाजपा विधायक एमपी रेणुकाचार्य अपने निर्वाचन क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कार्यक्रम में भारी भीड़ मौजूद है. लोग एक दूसरे से धक्कामुक्की करते आगे बढ़ रहे हैं. इस दौरान शायद ही कोई था, जिसे सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह थी. वहीं मास्क लगाने वाले लोग भी काफी कम नजर आए.
कर्नाटक में राजनेताओं द्वारा कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले एक पेयजल परियोजना को लेकर कांग्रेस ने 10 दिवसीय विरोध मार्च शुरू किया है. इस दौरान भी लोग कोविड प्रोटोकॉल की अवहेलना करते नजर आए. यहां भी भारी भीड़ थी. विपक्ष के नेता और राज्य कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने एनडीटीवी से कहां, ''कोई कोरोना नहीं है... कोई बीमारी नहीं है''
"यहां नहीं है कोरोना": कर्नाटक कांग्रेस ने बंदिशों के बावजूद शुरू किया विरोध मार्च
कर्नाटक में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 12 हजार मामले सामने आए हैं. प्रदेश में एक्टिव मामले बढ़कर 50 हजार के करीब पहुंच चुके हैं. साथ ही राज्य में बीते 24 घंटे में 4 लोगों की मौत के बाद कुल आंकड़ा 38,370 पहुंच गया है.
कर्नाटक में कोरोना के मामले बढ़ने के बावजूद कांग्रेस ने शुरू की पदयात्रा