केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बुधवार को पहली बैठक हुई, जिसमें बजट सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान परफॉर्म, रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और इंफॉर्म का नया नारा दिया. अपने 40 मिनट के संबोधन में पीएम ने उपलब्धियों के बेहतर प्रचार पर ध्यान देने की भी नसीहत दी.
पीएम ने मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की. इसमें महिलाओं से जुड़े मुद्दों और विभिन्न नीतिगत उपायों के समय पर क्रियान्वयन पर प्रमुखता से चर्चा हुई.
बैठक के दौरान महिलाओं, गरीबों, युवाओं और किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों के सचिव भी शामिल हुए.
इसमें जून में सरकार के सत्ता में आने के बाद से नई योजनाओं और नीतिगत निर्णयों के बारे में जागरुकता फैलाने पर जोर दिया गया.
2.30 लाख करोड़ से अधिक की परियोजनाओं को मंजूरी
बुनियादी ढांचे के विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए, राजग सरकार ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नई रेलवे लाइन, बंदरगाहों, हवाई अड्डों और औद्योगिक स्मार्ट शहरों के निर्माण के लिए 2.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को मंजूरी दी है.
प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को विशेष रूप से अपनी सरकार के निर्णयों को तेजी से और बेहतर तरीके से प्रसारित करने के लिए कहा है.
पीएम ने पहली बार मंत्री बने नए मंत्रियों से खासतौर पर बातचीत की. बैठक के समापन पर उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में मंत्रियों से यह भी कहा कि यह तो सिर्फ एक छोटी सी डोज थी और उन्हें पूरी उम्मीद है कि मंत्रियों को बिना रुके काम करने के तौर-तरीकों की आदत हो जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में की गई बजट घोषणाओं पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में यह भी तय किया गया कि जिन योजनाओं के 10 साल पूरे हो रहे हैं, उनका जश्न 5 सितंबर को मनाया जाएगा.
मंत्रिपरिषद की बैठक आमतौर पर हर सप्ताह होने वाली कैबिनेट की बैठक से अलग और बड़ी बैठक होती है. कैबिनेट की बैठक में केवल कैबिनेट मंत्री एवं उन विभागों से जुड़े मंत्री ही शामिल होते हैं जिन विभागों के एजेंडे पर चर्चा होनी होती है. वहीं, मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ-साथ सभी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और सभी राज्य मंत्री शामिल होते हैं.