देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट देखने के साथ ही शहर के अस्पतालों में खाली बेड और आईसीयू यूनिट की संख्या भी बढ़ रही है. मंगलवार को 12,907 बेड खाली थे, जबकि 14,805 बेडों पर कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था. दिल्ली में कोरोना मामलों में पिछले कुछ दिनों में काफी कमी देखने को मिली है, इसके साथ ही शहर की पॉजिटिविटी रेट में भी काफी गिरावट हुई है. मंगलवार को दिल्ली में कोरोना वायरस के 4,482 नए मामले सामने आए थे. 5 अप्रैल के बाद यह आंकड़ा सबसे कम था. वहीं, इस दौरान 265 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई है. पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो वह गिरकर 6.89 फीसदी पर पहुंच गई है.
कोरोना की दूसरी लहर के कहर के वक्त आईटीबीपी और डीआरडीओ की ओर से बनाए गए कोरोना केयर सेंटरों में अभी 50 फीसदी बेड खाली हैं. कंट्रोल रूम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया, 'आपातकाल कॉल्स में कमी आई है, हालांकि, आईसीयू बेड्स के लिए अभी भी कॉल आ रही हैं.' साथ ही उन्होंने कहा कि अब सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बेड उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली में रिकवरी रेट में लगातार बढ़ोतरी हो रही और कोविड केयर सेंटरों में बेड भी हर रोज खाली होते जा रहे हैं.
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मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से रिकवरी रेट 94.37 फीसदी थी. पिछले एक दिन में 9,403 मरीजों ने कोरोना को मात दी थी. शहर में अभी भी 50,863 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है.
मंगलवार को आईटीबीपी के कोविड केयर सेंटर में 229 बेडों पर मरीज थे, जबकि 271 बेड खाली थे. आईटीबीपी कोविड केयर सेंटर के एक अधिकारी ने बताया, 'पहले हम लोगों को हर रोज 2 हजार कॉल्स आ रही थीं, अब वह गिरकर औसतन 500-600 हो गई हैं, इनमें से ज्यादात्तर आईसीयू बेड के लिए होती हैं.' साथ ही उन्होंने कहा कि चलकर सेंटर तक पहुंचने वाले मरीजों को भी वहां भर्ती किया जा रहा है.
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इसी तरह डीआरडीओ कोविड सेंटर पर भी खाली बेडों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. रक्षामंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 'शुरुआत में हम लोग बेडों की संख्या बढ़ाने की सोच रहे थे, लेकिन अब दिल्ली में स्थिति थोड़ी नियंत्रित हुई है तो अब उसकी जरूरत नहीं है.' मंगलवार को यहां 500 आईसीयू बेड्स में से 269 खाली थे.
यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स कोविड केयर सेंटर पर भी ऐसी ही स्थिति है, जहां 800 कोविड बेड में से केवल 62 बेडों पर मरीज हैं. सेंटर के इंचार्ज ने बताया कि एक सप्ताह पहले ऐसे हालात नहीं थे. उन्होंने कहा, 'पहले काफी कॉल्स आते थे, अब वह कम हो गई हैं. अब हमारे पास रोजाना 5-10 मरीज आते हैं.'
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कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में कोविड सेंटर उस वक्त बनाया गया था, जब यहां रोजाना 25,000 मामले सामने आ रहे थे. 460 बेड वाला यह सेंटर करीब पूरी तरह से खाली है. कंट्रोल रूप में एक अधिकारी ने बताया, 'अभी हमारे पास केवल 61 मरीज हैं, बेडों की संख्या बढ़ाने के फैसले को अभी रोक लिया गया है.' बता दें, इन कोविड सेंटर की शुरुआत तब की गई थी, जब दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट करीब 40 फीसदी पहुंच गई थी.
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