कोरोनावायरस (Coronavirus) और उससे होने वाले रोग से बचाव के लिए भारत में सबसे तेज़ गति से वैक्सीन लगाई जा रही है, और दुनियाभर में सबसे कम समय में 10 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट किया गया. इस वैक्सीन को लेकर बहुत-से संशय लोगों के मन में हैं, जिन्हें दूर करने के लिए सरकार ने बुधवार को आंकड़े जारी किए, जिनके मुताबिक, अब तक केवल 0.02 प्रतिशत से 0.04 प्रतिशत लोगों को ही वैक्सीन लेने के बावजूद संक्रमण हुआ है, यानी 10,000 वैक्सीन लेने वालों में से अधिकतम दो से चार व्यक्ति ही संक्रमित हुए हैं. वैक्सीनेशन हो जाने के बाद भी कोविड संक्रमण हो जाने को ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन कहा जाता है.
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सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 20 अप्रैल, 2021 तक देशभर में कोविशील्ड कुल 11.6 करोड़ लोगों को दी गई है. पहली डोज़ लेने वाले 10,03,02,745 लोगों में से सिर्फ 17,145 लोग ही कोविड-19 से संक्रमित हुए, जो कुल संख्या का 0.02 प्रतिशत है. कोविशील्ड की दूसरी डोज़ लेने वाले 1,57,32,754 लोगों में से 5,014 लोगों को ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन हुआ, जो कुल संख्या का 0.03 प्रतिशत है.
इसी तरह, कोवैक्सीन अब तक कुल 1.1 करोड़ लोगों को दी गई है. पहली डोज़ लेने वाले 93,56,436 लोगों में से 4,208 लोग संक्रमित हुए, जो कुल संख्या का 0.04 प्रतिशत है, और दूसरी डोज़ लेने वाले 17,37,178 लोगों में से सिर्फ 695 लोगों में संक्रमण हुआ, जो कुल संख्या का 0.04 प्रतिशत है.
इन आंकड़ों को जोड़कर देखें, तो भारत में कुल 10,96,59,181 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ दे दी गई है, जिनमें से अब तक सिर्फ 21,353 लोग संक्रमित हुए हैं, यानी कुल संख्या का 0.02 प्रतिशत, यानी 10,000 में से सिर्फ दो लोग ही ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन की पकड़ में आए हैं. उसी तरह, देशभर में अब तक कुल 1,74,69,932 लोगों को दूसरी डोज़ दी जा चुकी है, और उनमें से 5,709 लोग ही कोरोना से संक्रमित हुए, यानी 0.03 प्रतिशत, यानी 10,000 में से सिर्फ तीन लोग संक्रमित हुए. सो, देशभर में कुल मिलाकर 12,71,29,113 लोगों को वैक्सीन दी गई, जिनमें संक्रमण के कुल 27,062 मामले दर्ज हुए, यानी देशभर में वैक्सीन लेने वालों में से सिर्फ 0.02 प्रतिशत, यानी यानी 10,000 में से सिर्फ दो लोग ही ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन की पकड़ में आए.
कोरोना : भारत में कितनी कारगर सिंगल डोज वैक्सीन?