अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना ( corona) से बचाव के लिए 5 से 11 वर्ष के बच्चों को फाइजर के टीके की खुराक देने की अनुमति दे दी है. हालांकि वहां के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इसकी अनुमति पहले ही दे दी थी. यह खुराक वयस्कों और किशोरों को दी जाने वाली खुराक का एक तिहाई है. लेकिन एफडीए द्वारा स्वीकृत टीके किसे दिए जाएं, इसकी औपचारिक अनुशंसा रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) करता है. एक सलाहकार पैनल की सर्वसम्मति से बच्चों को टीका दिये जाने का फैसला लिया गया. लगभग 2.8 करोड़ बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है.
भारत में पिछले 24 घंटे में 10,423 नए COVID-19 केस, कल से 16.7 फीसदी कम
सीडीसी की निदेशक डॉ रोशेल वेलेंस्की ने कहा कि इस फैसले के साथ ही पहली बार अमेरिका में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोविड-19 रोधी टीके लगेंगे. वेलेंस्की ने मंगलवार रात को एक बयान में कहा कि एक मां होने के नाते, मैं सभी अभिभावकों को कहना चाहती हूं कि वे बाल विशेषज्ञों, स्कूल की नर्स या स्थानीय चिकित्सकों से टीके के बारे में और जानकारी लें तथा बच्चों के टीकाकरण के महत्व को समझें.'
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे एक महत्वपूर्ण फैसला बताया. उन्होंने एक बयान में कहा कि इससे अभिभावकों को उनके बच्चों को लेकर कई महीनों से बनी चिंता खत्म हो गयी.यह वायरस से निपटने की दिशा में हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
कोरोना संकट का असर : दिल्ली में दीवाली पर मिठाई का कारोबार मंदा