दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार ऐलान किया कि शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोरोना पाबंदियों को और सख्त किया जाएगा. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, 'जुलाई में हमने GRAP बनाया था, ताकि साइंटिफिक तारिक से पाबंदियां लगा सकें. दिल्ली में GRAP को लागू करने का निर्णय लिया गया है. येलो अलर्ट लागू होगा. पाबंदियां लगाई जा रही हैं.'
उन्होंने कहा, दो दिनों से ज्यादा समय से 0.5 फीसदी कोरोना पॉजिटिविटी रेट दर्ज की जा रही है. हम ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के लेवल- I (येलो अलर्ट) को लागू कर रहे हैं. लागू होने वाले प्रतिबंधों पर एक विस्तृत आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा.'
साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि कोरोना से डरने की बात नहीं है, ज्यादातर मामले माइल्ड लक्षण वाले हैं. कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मरीज़ों को ICU या वेंटिलेटर या ऑक्सीजन बेड्स की ज़रूरत नहीं पड़ी है. तो चिंता की बात नहीं है. इस बार कोरोना वायरस से निपटने के लिए 10 गुना ज्यादा तैयार हैं. बाज़ार और मॉल में भीड़ की तस्वीरे आ रही हैं कि लोगों ने मास्क नहीं पहना है. अब ऐसी तस्वीरें न आएं की मार्केट में भीड़ है, लोग मास्क नहीं पहन रहे वरना बाजार बंद करने पड़ेंगे और उससे आर्थिक दिक्कत होगी.
क्या होता है येलो अलर्ट?
‘येलो' अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है. इसमें रात्रि कर्फ्यू लगाना, स्कूलों तथा कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों तथा सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं.