भारत के पूर्वी हिस्से के बेहद अहम पश्चिम बंगाल राज्य में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है कूचबिहार संसदीय सीट, यानी Cooch Behar Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1814200 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी निसिथ प्रमाणिक को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 731594 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में निसिथ प्रमाणिक को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 40.33 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 47.96 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर AITC प्रत्याशी अधिकारी परेश चंद्रा दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 677363 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 37.34 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 44.4 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 54231 रहा था.
इससे पहले, कूचबिहार लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1613403 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में AITC पार्टी के प्रत्याशी रेणुका सिन्हा ने कुल 526499 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 32.63 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 39.5 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे AIFB पार्टी के उम्मीदवार दीपक कुमार रॉय , जिन्हें 439392 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 27.23 प्रतिशत था और कुल वोटों का 32.96 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 87107 रहा था.
उससे भी पहले, पश्चिम बंगाल राज्य की कूचबिहार संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1329086 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से AIFB उम्मीदवार नृपेंद्रनाथ रॉय ने 500677 वोट पाकर जीत हासिल की थी. नृपेंद्रनाथ रॉय को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 37.67 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 44.66 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर AITC पार्टी के उम्मीदवार अर्घय रॉय प्रधान रहे थे, जिन्हें 466928 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 35.13 प्रतिशत था और कुल वोटों का 41.65 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 33749 रहा था.