राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को सुबह 11 बजे विधानसभा में प्रदेश का बजट पेश कर रहे थे. तकरीबन 7-8 मिनट तक बोलने के बाद वो अचानक रुक गए. इसके बाद काफी हंगामा होने लगा. फिर सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया. विपक्ष का आरोप है कि सीएम पुराना बजट पढ़ने लगे थे. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी इसको लेकर मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा.
वसुंधरा राजे ने कहा कि बजट बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है और मैं जब मुख्यमंत्री थी तो दो-तीन बार बजट को पढ़ती थी. उन्होंने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री इतने बड़े डॉक्यूमेंट में लापरवाही कर सकता है, आप समझ सकते हैं कि उसके राज में प्रदेश कितना सुरक्षित है?
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्ष सदन के वेल में ही बैठ गया. उसने आरोप लगाया कि बजट लीक हो गया है. सीएम पुराना बजट ही पढ़ रहे थे. ये राजस्थान के बजट इतिहास में एक बड़ी भूल है.
विपक्ष का आरोप है कि सीएम के पुराना बजट पढ़ना शुरू करने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई. इसके बाद वित्त विभाग से जुड़े अधिकारी नए बजट की कॉपी लाने के लिए भागे. लेकिन मुख्यमंत्री के अलावा कोई और बजट नहीं ला सकता है. बजट तकनीकी रूप से लीक हुआ है.