त्रिपुरा विधानसभा की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारेंगी कांग्रेस, टिपरा मोथा

त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की भावना का सम्मान करते हुए धनपुर और बोक्सानगर में उपचुनाव नहीं लड़ेगी.

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अगरतला: टिपरा मोथा और कांग्रेस त्रिपुरा में दो विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारेंगी. टिपरा मोथा के विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अनिमेश देबबर्मा ने कहा कि धनपुर और बोक्सानगर विधानसभा उपचुनाव में उनकी पार्टी उम्मीदवार नहीं उतारेगी. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, “चुनाव लड़ने के लिए बहुत सारे संसाधनों, धन, लोगों, समय आदि की जरूरत होती है. इसके अलावा ऐसा प्रतीत होता है कि विपक्षी दलों के बीच मतों का विभाजन होने पर सत्तारूढ़ दल को बढ़त मिल सकती है.”

देबबर्मा ने दावा किया कि टिपरा मोथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी की अपनी विचारधारा और लोगों के प्रति प्रतिबद्धता है. देबबर्मा ने कहा, 'पार्टी में इस बात पर चर्चा की जा रही है कि टिपरा मोथा को उपचुनाव में किसे समर्थन देना चाहिए... हम 19 अगस्त तक अपना रुख जाहिर करेंगे.” देबबर्मा ने कहा कि पार्टी ने कभी भाजपा से वार्ता नहीं की.

उन्होंने कहा, 'हम अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार से बातचीत कर रहे हैं. भाजपा के किसी भी नेता ने दावा नहीं किया कि पार्टी ने टिपरा मोथा के साथ बातचीत शुरू की है.” त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' की भावना का सम्मान करते हुए धनपुर और बोक्सानगर में उपचुनाव नहीं लड़ेगी.

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उन्होंने कहा, “हम टीपीसीसी और दिल्ली नेतृत्व के फैसले के अनुसार उपचुनाव नहीं लड़ रहे. भाजपा विरोधी ताकतों को एकजुट करने के लिए एक विरोधी मंच ‘इंडिया'बनाने वाली कांग्रेस उपचुनाव में विपक्षी वोट बैंक को कमजोर नहीं होने देना चाहती. इसीलिए पार्टी ने उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया.”

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‘इंडिया' गठबंधन में शामिल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने धनपुर और बोक्सानगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए पहले ही अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. उपचुनाव पांच सितंबर को होगा.

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माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे और कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था. जबकि अकेले चुनाव लड़ने वाली पार्टी टिपरा मोथा 13 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनकर उभरी थी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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