"विश्वासघात...": जगदीश शेट्टार के फिर से BJP में शामिल होने पर कांग्रेस ने साधा निशाना

जगदीश शेट्टार के इस बयान पर कि वह राष्ट्रीय हित में फिर से भाजपा में शामिल हुए, शिवकुमार ने सवाल किया, 'क्या उन्हें उस समय राष्ट्रीय हित की जानकारी नहीं थी जब (भाजपा द्वारा) उन्हें टिकट नहीं दिया गया था? क्या उन्हें कांग्रेस और राष्ट्रीय हित के बारे में पता नहीं था, जब कांग्रेस ने उन्हें पांच साल के लिए विधान पार्षद बनाया?”

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विराजपेट / बेंगलुरु: कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने पर निशाना साधते हुए उनके इस कदम को ‘विश्वासघात' बताया और उनकी अंतरात्मा पर सवाल उठाया. CM सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले शेट्टार के कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी ने उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया, जबकि भाजपा ने मई में चुनाव के लिए टिकट नहीं देकर उन्हें अपमानित किया था.

जगदीश शेट्टार बृहस्पतिवार को अपनी पुरानी पार्टी में फिर शामिल हो गए. इस मौके पर उन्होंने भाजपा के साथ अपने लंबे जुड़़ाव का जिक्र किया और कहा कि उनके कई शुभचिंतक चाहते थे कि वह संगठन में वापस आ जाएं.

डीके शिवकुमार ने कहा, 'जगदीश शेट्टार ने मुझसे कहा था कि (बीजेपी द्वारा) उनसे अनुरोध किया जा रहा है और कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने के लिए भेजा जा रहा है. मैंने कल सुबह भी उनसे बात की थी. उन्होंने मुझसे कहा था कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे और (भाजपा में) नहीं जाएंगे, क्योंकि कांग्रेस ने उन्हें राजनीति में एक और जीवन दिया है... लेकिन अब मुझे जानकारी मिली कि वह भाजपा कार्यालय में हैं.''

शिवकुमार ने बेंगलुरु में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस ने शेट्टार को वरिष्ठ नेता मानते हुए उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया.

कांग्रेस नेता ने कहा, 'उन्होंने (शेट्टार) कहा था कि भाजपा अच्छी पार्टी नहीं है, उन्होंने भाजपा के खिलाफ कई बयान दिए थे...कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता पर भरोसा किया था, लेकिन अब आप (मीडिया) दिखा रहे हैं कि उस भरोसे को तोड़ा गया है. मुझे जानकारी मिली है कि उन्होंने (विधान पार्षद पद से) अपना इस्तीफा विधान परिषद के सभापति को भेज दिया है. मुझे नहीं मालूम कि वह चले गए हैं या किसी दबाव में (भाजपा द्वारा) ले जाया गया है....''

शेट्टार के इस बयान पर कि वह राष्ट्रीय हित में फिर से भाजपा में शामिल हुए, शिवकुमार ने सवाल किया, 'क्या उन्हें उस समय राष्ट्रीय हित की जानकारी नहीं थी जब (भाजपा द्वारा) उन्हें टिकट नहीं दिया गया था? क्या उन्हें कांग्रेस और राष्ट्रीय हित के बारे में पता नहीं था, जब कांग्रेस ने उन्हें पांच साल के लिए विधान पार्षद बनाया?”

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इस बीच, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कोडागु जिले के विराजपेट में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इस घटनाक्रम की जानकारी नहीं है, हालांकि उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस ने शेट्टार के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया और उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह भाजपा में वापस नहीं जाएंगे.

सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘जगदीश शेट्टार यह कहते हुए कांग्रेस में आए थे कि भाजपा ने उन्हें अपमानित किया और टिकट नहीं दिया, हमने उन्हें टिकट दिया, क्योंकि वह पूर्व मुख्यमंत्री थे. वह विधानसभा चुनाव अपने ही क्षेत्र में हार गए. उसके बाद हमने उन्हें एमएलसी बनाया. इसलिए कांग्रेस पार्टी की ओर से उनके साथ कोई अन्याय या अपमान नहीं हुआ, हमने उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया.''

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शेट्टार पिछले साल 17 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हुए थे. उत्तरी कर्नाटक के प्रमुख लिंगायत नेता शेट्टार का परिवार जनसंघ के दिनों से पार्टी से जुड़ा हुआ है और वह अपने गढ़ कित्तूर कर्नाटक क्षेत्र में एक प्रभावशाली नेता हैं. वह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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