असम में अपनी मौजूदगी को पुनर्जीवित करने और 2024 के चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने असम में भी 'भारत जोड़ो यात्रा' की शुरू कर दी है. कन्याकुमारी से कश्मीर के बीच कांग्रेस की पहले से जारी 3,570 किलोमीटर की मुख्य यात्रा के अलावा कांग्रेस उन राज्यों में कई उप-यात्राएं आयोजित कर रही है, जहां से मुख्य यात्रा नहीं गुजरेगी. बता दें, कन्याकुमारी से कश्मीर तक 'भारत जोड़ो यात्रा' का नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर रहे हैं.
यह यात्रा 834 किलोमीटर की होगी. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के इस जनसंपर्क अभियान की शुरुआत लॉअर असम के धुबरी से की गई है, जो कि अपर असम के सादिया तक जाएगा.
पार्टी नेताओं की उपस्थिति में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास स्थित गोलोकगंज शहर में मंगलवार को यह यात्रा शुरू हुई. इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व असम इकाई के प्रभारी जितेंद्र सिंह, एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा, लोकसभा सदस्य प्रद्युत बोरदोलोई और राज्य इकाई के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.
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यात्रा के दौरान अगले 70 दिन में 834 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा के हवाले से लिखा है, 'यह देश और राज्य को भाजपा की विभाजनकारी नीतियों से बचाने के लिए कांग्रेस का सामूहिक प्रयास है. हमने गोलोकगंज से यात्रा शुरू की है और यह पूरे असम से गुजरने के बाद राज्य के सबसे पूर्वी छोर सादिया पहुंचेगी.'
यात्रा शुरू करने से पहले पार्टी नेताओं ने मंदिर, सत्र, मस्जिद और गुरुद्वारे में पूजा-अर्चना की. 'सत्र' (वैष्णव मंदिर) अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित है.
धुबरी से शुरू हुई यह यात्रा बोंगईगांव, बारपेटा, नलबाड़ी, कामरूप, गुवाहाटी, मोरीगांव, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया से होते हुए सादिया पहुंचेगी.
असम में कई कांग्रेस नेताओं के भाजपा में चले जाने से कांग्रेस मुश्किल में है. ऐसे में कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि इस यात्रा से लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव में पार्टी की मौजूदगी को ताकत देगी.
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