राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि हमें अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों की जरूरत है. साथ ही उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, जिन पर मुझे खुद हैरानी है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में सचिन पायलट को "गद्दार" कहा था. उन्होंने कहा था कि जिस आदमी ने गद्दारी की हो, उसे मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता. साथ ही उन्होंने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश की थी.
एनडीटीवी से बात करते हुए जयराम रमेश ने कहा, "इंटरव्यू में कुछ शब्दों का इस्तेमाल अप्रत्याशित था. कई लोगों ने कहा कि उन्हें हैरानी हुई है. मुझे लगता है कि इस पर कांग्रेस नेतृत्व विचार करेगा. हम परिवार हैं. कांग्रेस को गहलोत और पायलट दोनों की जरूरत है. कुछ मतभेद हैं, उन्हें खत्म कर लिया जाएगा. हमारी पार्टी में भय का माहौल नहीं है. जो मन में आता है, वो बोलते हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि हमारा नेतृत्व इसका हल निकाल लेगा. संगठन को प्राथमिकता देकर दोनों नेताओं का सही इस्तेमाल करेगा. प्राथमिकता संगठन को देना है. संगठन सर्वोपरि है."
साथ ही जयराम रमेश ने कहा कि आज हर एक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता का केवल एक ही फर्ज है कि भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर भारत में भी उतना ही सफल बनाना है, जितनी सफलता महाराष्ट्र, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत में मिली है.
वहीं, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने इस पर कहा कि पूरा देश हमारी चिंता कर रहा है. राज्यों की खींचतान पर चिंता कर रहा है. परिवार लोकतांत्रिक होता है, सबको बोलने का अधिकार होता है. यह हमारा अंदरूनी मामला है, हम मिल बैठकर सुलझा लेंगे. पार्टी में मतभेद हैं, हम उनका समाधान कर लेंगे.
बता दें, एनडीटीवी से खास बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की थी. इसके साथ ही गहलोत ने कहा था कि उनके पास सबूत हैं कि पायलट खेमे के विधायकों को भाजपा दफ्तर से 10 करोड़ रुपए तक मिले थे.
सचिन पायलट ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे झूठे आरोपों पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह समय एक दूसरे पर हमले बोलने का नहीं है. बल्कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हाथ को मजबूत करने की जरूरत है. देश में केवल कांग्रेस ही भाजपा को चुनौती दे सकती है. गुजरात में चुनाव चल रहे हैं, जहां अशोक गहलोत प्रभारी हैं. हमें भाजपा को हराने के लिए एकजुट लड़ाई लड़नी होगी.