कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भारत के साथ कनाडा के राजनयिक विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि वह व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करें और वहां पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बिट्टू ने वर्तमान में कनाडा में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों और भारत में उनके परिवार के सदस्यों के बीच असुरक्षा के भाव का विषय उठाया. पंजाब की लुधियाना सीट से लोकसभा सदस्य बिट्टू ने 20 सितंबर को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘‘वर्तमान में छह लाख से अधिक भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ रहे हैं. उनमें से कई ने कनाडा के स्थायी निवास के लिए आवेदन किया है.''
उनका कहना है, ‘‘मुझे लगता है कि राजनयिक तनाव बढ़ने से भारतीय छात्रों के लिए वीज़ा प्रक्रिया में देरी या जटिलताएं हो सकती हैं, जिससे कनाडा में अध्ययन करने की योजना बनाने वाले या वीज़ा अवधि में इजाफे की इच्छा रखने वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. यह भी संभव है कि प्रतिक्रिया में कनाडा सख्त आव्रजन नीतियां लागू करे.'' बिट्टू ने कहा, ‘‘भारतीय छात्रों के लिए अध्ययन परमिट या वर्क परमिट प्राप्त करना अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है.''
उन्होंने मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘‘कुछ भारतीय छात्रों को राष्ट्रीयता या नस्ल के आधार पर भेदभाव या पूर्वाग्रह का सामना करना पड़ सकता है.'' कांग्रेस सांसद का कहना है, ‘‘इससे भारतीय छात्रों के लिए सामाजिक रूप से असुविधा भी पैदा हो सकती है, जो संभावित रूप से कनाडा में उनके कल्याण और सुरक्षा की भावना को प्रभावित कर सकती है.'' बिट्टू ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया, ‘‘यदि आप व्यक्तिगत रूप से इस मामले में हस्तक्षेप कर छात्रों की भलाई और सुरक्षा की भावना सुनिश्चित करें और कनाडा में पढ़ने वाले बड़ी भारतीय छात्रों को किसी भी संभावित परिणाम से बचाकर उनके हितों की रक्षा करें, तो मैं आपका आभारी रहूंगा.''
उन्होंने बृहस्पतिवार को ‘‘पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को कई ऐसे तत्वों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है जो नशे के व्यापार में शामिल हैं. भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि कनाडा में एक खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या को लेकर उसके खिलाफ कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों में कुछ हद तक पूर्वाग्रह है और इसे ''राजनीति से प्रेरित'' करार दिया. इसी साल जून में निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद जारी हैं. अलगाववादी नेता की हत्या में भारतीय एजेंटों की 'संभावित' संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद विवाद शुरू हो गया.
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