भाजपा (BJP) ने शनिवार को पूर्व की कई घटनाओं का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता पाने के लिए आतंकवादियों तक से हाथ मिला सकती है. सत्तारूढ़ पार्टी ने ये आरोप मुख्य विपक्षी पार्टी द्वारा आतंकवाद (Terrorism) के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए देशभर में आयोजित किए जा रहे संवाददाता सम्मेलन पर पलटवार करते हुए लगाए. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के उस कथित बयान को रेखांकित किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली के बाटला हाउस में हुई मुठभेड़ की तस्वीरों को देखकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आंखों में आंसू आ गए थे.
उन्होंने गुजरात में नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान संदिग्ध आतंकवादी इशरत जहां की पुलिस मुठभेड़ में मौत के बाद कांग्रेस द्वारा गुजरात सरकार पर किए गए हमलों का भी हवाला दिया. कुछ संगठनों ने वर्ष 2008 में बाटला हाउस हुए मुठभेड़ के फर्जी होने का आरोप लगाया था और कुछ कांग्रेस नेताओं ने भी उनके साथ पूरे मामले की जांच की मांग की थी. पात्रा ने रेखांकित किया कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने स्वीकार किया था कि इशरत जहां उससे जुड़ी हुई थी, लेकिन कांग्रेस उसे ‘निर्दोष बता रही थी और मुठभेड़ में इशरत की मौत को लेकर राज्य सरकार को घेर रही थी. उन्होंने आरोप लगाया कि लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद तक ने कांग्रेस को अच्छी पार्टी बताकर प्रशंसा की थी. पात्रा ने कहा, ‘यह कांग्रेस का इतिहास है और वही पार्टी आतंकवाद के मुद्दे पर 22 स्थानों पर संवाददाता सम्मेलन करने की हिम्मत करती है.'
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उनका राष्ट्रव्यापी संवाददाता सम्मेलन भाजपा के ‘फर्जी राष्ट्रवाद'का मुकाबला करने और यह संदेश जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए है कि सत्तारूढ़ पार्टी का ‘संबंध'ऐसे लोगों से है, जो जघन्य अपराधों और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या में शामिल एक आरोपी रियाज अख्तरी भाजपा का सदस्य है. पार्टी ने राजस्थान में भाजपा नेताओं के साथ उसकी कथित तस्वीर भी साझा की है.
हालांकि, भाजपा ने ऐसे तत्वों से किसी तरह के संबध होने से इंकार किया है और दावा किया कि उनमें से कुछ लोगों ने पार्टी में घुसपैठ करने के बाद नेताओं के साथ तस्वीर खिंचवाई है. कांग्रेस ने दावा किया कि श्रीनगर के रियासी शहर में हाल में लोगों द्वारा पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी तालिब हुसैन शाह भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का पदाधिकारी था. हालांकि, केंद्र शासित प्रदेश के भाजपा नेतृत्व ने इन आरोपों को खारिज किया है.विपक्षी पार्टी के आरोपों पर पलटवार करते हुए पात्रा ने कहा कि तुष्टिकरण कांग्रेस का आधार है, जिसकी वजह से आतंकवाद का प्रसार हुआ. उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के 10 साल के शासन को पूरे देश में ‘लगातार होने वाले आतंकवादी हमलों'के लिए जाना जाता है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार ने आतंकवाद को नियंत्रित किया है.
भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के आतंकवादी यासिन मलिक को अब आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में दोषी ठहराया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार के दौरान यासिन मलिक को सम्मानित किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी की तस्वीर विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के साथ है, जो भारत छोड़कर भाग चुका है और जिसने राजीव गांधी फाउंडेशन को दान दिया था. पात्रा ने कहा कि नाइक ने लोगों में राष्ट्र विरोधी भावना बढ़ाई और सांप्रदायिक विभाजन को उकसाया. भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘अगर गांधी परिवार को खुद को सत्ता में रखने के लिए आतंकवादियों से हाथ मिलाना पड़े, तो वे परहेज नहीं करेगा.'उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आत्म चिंतन करने की सलाह दी.
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