कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने NDTV से बात करते हुए इस बात का खंडन किया और ऐसा कहने से इनकार किया कि राज्य में कांग्रेस चुनाव मैदान में नहीं है. उन्होंने कहा कि गुजरात के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का फोकस ग्रामीण इलाकों में है.
गहलोत ने कहा, "लोग सोच सकते हैं कि हम नहीं हैं, लेकिन हम गुजरात में बड़ा प्रचार कर रहे हैं. हम गांवों में मजबूत हैं. हम शहरों में कमजोर हो सकते हैं लेकिन हमें उम्मीद है कि इस बार लोगों को पता चलेगा कि उन्होंने 27 साल में क्या किया है?"
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की ताकत गांवों में है, जहां बूथ स्तर पर उसका मजबूत संगठन है. गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे चुनावी राज्यों के राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से बाहर रहने पर गहलोत ने कहा कि "यहां भी रूट तैयार है."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चाहे गुजरात हो या हिमाचल प्रदेश, हमारा चुनाव अभियान जारी है. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के लिए भी यहां उनके रूट तय हैं. उसी का अनुसरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो राहुल गांधी बीच में भी आ सकते हैं लेकिन फिलहाल इसकी जरूरत महसूस नहीं हो रही. उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता गुजरात आ रहे हैं और ग्रामीण इलाकों में जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
गहलोत ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा, जिसने घोषणा की कि वह गुजरात में भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी है, कांग्रेस नहीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में आप के खराब शासन की पोल खोल रही है.
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जब गहलोत से पूछा गया कि क्या कांग्रेस के कमजोर अभियान के कारण आप को गुजरात में अधिक माइलेज मिल रहा है? इस पर गहलोत ने कहा, "यहां तक कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी भी कह रहे हैं कि मूक कांग्रेस अभियान से सावधान रहें. यह दोनों के बीच सांठगांठ का नतीजा है. उन्होंने कहा, यह कहना गलत है कि हम गुजरात में लड़ाई में नहीं हैं.