दिल्ली अध्यादेश को लेकर कांग्रेस पार्टी (Congress party) और आम आदमी पार्टी (AAP) एकजुट हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस अब आम आदमी पार्टी को समर्थन देने जा रही है. इसको लेकर आप नेता राघव चड्ढा ट्वीट किया है. राघव चड्ढा ने अपने ट्वीट में कहा है कि कांग्रेस ने दिल्ली अध्यादेश का स्पष्ट विरोध करने की घोषणा की है. उन्होंने इसे एक पोजिटिव डेवलपमेंट बताया है.
पिछले दिन कांग्रेस ने कहा था कि वह ‘चुनी हुई सरकारों के संवैधानिक अधिकारों पर मोदी सरकार के आक्रमण' का हमेशा विरोध करती रही है और आगे भी करेगी. सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई कांग्रेस के संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक के बाद मुख्य विपक्षी दल के महासचिव जयराम रमेश ने यह बयान दिया.
कांग्रेस की इस घोषणा को इस मायने में अहम माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर कांग्रेस से उसका रुख स्पष्ट करने की मांग कर रही है. सोनिया गांधी के आवास 10-जनपथ पर शनिवार शाम को हुई इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे.
दरअसल, दिल्ली सीएम केजरीवाल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का समर्थन मांग रहे हैं. अगर सीएम केजरीवाल को विपक्षी दलों का समर्थन मिलता है तो दिल्ली से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश को कानून बनने से रोका जा सकता है.