मस्जिद पर लाउडस्पीकर विवाद के बाद सोशल मीडिया पर भी सांप्रदायिक पोस्ट की भरमार हो गई है जो वर्तमान माहौल में आग में घी का काम कर सकती है. इसलिए महाराष्ट्र साइबर ने ऐसे पोस्ट को पहचान कर उसे डिलीट करना शुरू कर दिया है. महाराष्ट्र साइबर के स्पेशल आई जी यशश्वी यादव के मुताबिक एक महीने से कम समय में महाराष्ट्र साइबर ने अब तक ऐसी 700 सांप्रदायिक पोस्ट की पहचान की है.
ऐसे लोगों को के खिलाफ दो तरह की कार्रवाई की गई है पहला उस सोशल मीडिया प्लेटफार्म के नोडल अफसरों को लिखकर पोस्ट उतरवाने के लिए लिखा है. साथ ही उस प्रोफाइल की सारी जानकारी मंगाकर संबंधित साइबर यूनिट को उन पर एक्शन लेने को लिखा है. इस तरह से पिछले 15 से 20 दिनों में 700 पोस्ट पर कार्रवाई की जा चुकी है, बहुत सारी पोस्ट डिलीट करवा दी गई हैं. बहुत से लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
महाराष्ट्र साइबर का दावा है कि महाराष्ट्र साइबर के फिल्टरिंग प्रोसेस के जरिए पिछले 4 महीने में तकरीबन 12 हजार पोस्ट डिलीट करवाई गई हैं और 300 FIR हुई हैं. स्पेशल आई जी यशश्वी यादव ने बताया कि साइबर डिपार्टमेंट ने एक नई पहल करते हुए अब आपत्ति जनक पोस्ट करने वालों के इनबॉक्स में ही सेक्शन 149 CRPC की चेतवानी नोटिस भेज रहे हैं. इससे उसे पता चल जाता है कि उस पर नज़र है और खुद भी पोस्ट हटा देता है.
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इस साल 400 लोगों को नोटिस इनबॉक्स किया है. महाराष्ट्र साइबर की 4 समर्पित टीम इस काम में दिन रात लगी रहती हैं. जो सोशल मीडिया मॉनिटरिंग एंड एनलेसिस यूनिट में इस काम को अंजाम देते हैं, इसके लिए कुछ सॉफ्टवेयर टूल्स का इस्तेमाल करते हैं. जिसमें सांप्रदायिक ही नहीं बच्चों के पोर्नोग्राफी से लेकर अलग बदनामी करने वाली या गैरकानूनी पोस्ट पर भी नजर रखी जाती है. स्पेशल आई जी ने ये भी माना कि जब से लाउडस्पीकर विवाद शुरू हुआ है उसके बाद से सांप्रदायिक पोस्ट में तीन गुना इजाफा देखा गया है.
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