कुछ लोगों ने सनातन के खिलाफ ली सुपारी, चाहते थे बड़ा हादसा : अखिलेश यादव को CM योगी का जवाब

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया. यह अपने आप में एक उदाहरण है. उस दिन करोड़ों लोग प्रयागराज में थे. ये दोनों दल और सनातनी विरोधी चाहते थे कि कोई बड़ा हादसा हो जाए.

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महाकुंभ को लेकर अखिलेश यादव की ओर से उठाए गए सवालों का CM योगी ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सनातन के खिलाफ सुपारी थी. वे चाहते थे कि बड़ा हादसा हो. योगी ने कहा कि विपक्ष का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का बयान शर्मनाक है.

झूठ के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं :  योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है ने कहा कि सनातन धर्म के खिलाफ ठेका लेने वाले तत्व झूठ और झूठ के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान हर किसी का ध्यान इस ओर खींच रहे हैं। बयान न केवल उनके सनातन विरोधी चेहरे को दर्शाते हैं. विपक्ष पहले दिन से ही महाकुंभ के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर रही है.

उनका बयान न केवल सनातन धर्म पर प्रहार है बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी है. कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हजारों लोगों की मौत हो गई. हमें दुख है, इतने वरिष्ठ नेता और सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष से यह उम्मीद नहीं थी कि वह संसद में ऐसे विवादित बयान देंगे और गुमराह करेंगे. ऐसा ही एक बयान सपा प्रमुख ने दिया. दोनों पार्टियों में होड़ मची है कि कौन ज्यादा सनातन विरोधी हो सकता है...यह एक दुखद घटना थी.

योगी आदित्यनाथ

सीएम, उत्तर प्रदेश
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया. यह अपने आप में एक उदाहरण है. उस दिन करोड़ों लोग प्रयागराज में थे. ये दोनों दल और सनातनी विरोधी चाहते थे कि कोई बड़ा हादसा हो जाए. हमारी पहली प्राथमिकता दुर्घटना-मुक्त मेला सुनिश्चित करना था, दुर्भाग्य से यह घटना हुई. हमने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और मुआवजे की घोषणा की.

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हमने हरसंभव प्रयास किये : CM योगी
उन्होंने कहा कि जानमाल के नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती. लेकिन हमने हरसंभव प्रयास किये. घायलों को इलाज मुहैया कराया गया. हमने इसके लिए एक न्यायिक आयोग भी बनाया. लेकिन हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करना थी. पिछले 22 दिनों में 38 करोड़ श्रद्धालु यहां आए हैं. अगले 22-23 दिनों में और भी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. इन पार्टियों की साजिश सफल नहीं होगी. हम 29 जनवरी को हुई घटना की गहराई तक जाएंगे, साजिशकर्ताओं को बेनकाब करेंगे, पिछले 8 साल में आपने देखा होगा कि यूपी में उन्हें कैसे सजा दी गई है और आने वाले समय में भी आप ये देखेंगे.

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समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के मारे गए लोगों के आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को मांग की कि महाकुंभ की व्यवस्था के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और वहां विभिन्न व्यवस्थाएं सेना के हवाले की जाएं.

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जिस तरह सरकार बजट के आंकड़े दे रही है, महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे तथा घायलों के इलाज, भोजन, परिवहन आदि का आंकड़ा संसद में पेश किया जाए.  महाकुंभ की व्यवस्था के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और वहां खोया पाया, प्रबंधन आदि की जिम्मेदारी सेना को दी जाए.

अखिलेश यादव

सांसद, सपा प्रमुख

अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मृतकों के आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लगाया और हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर घोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने सच छिपाया, उन्हें दंडित किया जाए. अगर (सरकार को) अपराध बोध नहीं है तो आंकड़े दबाए, छिपाए और मिटाए क्यों गए. आंकड़े छिपाने के लिए मीडिया का सहारा लिया जा रहा है. जहां इंतजाम होना चाहिए था, वहां प्रचार हो रहा था. धार्मिक समागम में सरकार का प्रचार निंदनीय है.

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