हाथरस में मंगलवार को मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत होने के बाद आज सीएम योगी आदित्यनाथ मौके पर पहुंचे हैं. उन्होंने यहां मौके का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की. सीएम ने बताया, "लोगों का कहना है कि कार्यक्रम के खत्म होने के बाद वह जैसे ही जाने लगे तो उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल बढ़ा तो उनके पीछे-पीछे भीड़ भी आ गई और लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ते रहे. इस दौरान सेवादल के लोग भी भीड़ को धक्का देते रहे और इस वजह से जीटी रोड के दोनों ओर यह हादसा हुआ."
सीएम योगी ने बताया पहले सेवादार ने प्रशासन को अंदर घुसने नहीं दिया
उन्होंने कहा, "इसका सबसे दुखद पहलु ये था कि इस तरह के आयोजन में जो सेवादार प्रशासन को अंदर घुसने नहीं देते, दुर्घटना होने के तत्काल बाद या दौरान प्रारंभिक तौर पर मामले का दबाने का प्रयास किया. जब प्रशासन ने कार्रवाई की तो ज्यादातर सेवादार वहां से भाग गए."
एडीजी आगरा की अध्यक्षता में हो रही है घटना की जांच
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "इस घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया गया है. उन्होंने प्रारंभिक रिपोर्ट में इस घटना की तह तक जाने के लिए कहा गया है. इसमें ऐसे बहुत से पहलु हैं जिन पर जांच होना जरूरी है. प्रथम दृष्ट्या में हमारी कार्रवाई राहत और बचाव को आगे बढ़ाने के बाद आयोजको को पूछताछ के लिए बुलाना और हादसे के कारणों के बारे में उनसे पूछताछ करना और जिम्मेदारी तय करना था".
इस तरह की घटना सिर्फ हादसा नहीं - सीएम योगी
उन्होंने कहा, "हम इस बात से नकार नहीं सकते कि इस प्रकार की घटना केवल एक हादसा नहीं होता है, अगर यह हादसा भी है तो इसके पीछे जिम्मेदार कौन है. अगर वो घटना घटित हुई है तो उसके पीछे साजिश किस की है और इन सभी पहलुओं को लेकर राज्य सरकार ने तय किया है इसमें एक ज्यूडिशियल इंक्वायरी होगी. जो भी दोषी होगा उन्हें इसकी सजा देना और इस घटना का दोहराव न हो, इसके लिए सुझाव और एसओपी बनाई जा सके जिसे आगे के आयोजन में लागू किया जा सके,यह कमिटी बताएगी".
सीएम योगी ने खुद किया घटनास्थल का दौरा
सीएम आदित्यनाथ ने कहा, "मैंने हाथरस में घटनास्थल का दौरा किया, वहां काफी बारिश थी. भले ही प्रशासन ने पहले से इसके मैप तैयार किए थे और भेजे थे लेकिन हादसे के कारणों की प्रारंभिक व्यव्सथा देखने के लिए मैं स्वंय गया था. हमारे तीन नेता और पुलिस महानिदेशक यहां कल से कैंप कर रहे हैं. यहां पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहले से ही कैंप करते थे. इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की दिशा में काम किया जा रहा है. प्रारंभिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."