इंदौर के महू की घटना में सीएम शिवराज ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, कांग्रेस का दल भी रवाना

इंदौर जिले के मंडलेश्वर थाना अंतर्गत गांव वासली कुंडलिया निवासी 22 वर्षीय युवती धार जिले के धामनोद में छह माह से किराये के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी. बुधवार को उसकी गवली पलासिया में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई.

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पुलिस द्वारा उत्तेजित भीड़ को शांत करने के लिए फायरिंग की गई और लाठीचार्ज भी किया गया
इंदौर:

मध्‍य प्रदेश के इंदौर जिले की महू तहसील के डोंगरगांव पुलिस थाना क्षेत्र में रात में बवाल के बाद सुबह से शांति है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. इधर, कांग्रेस ने अपने आदिवासी विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है. 

डोंगरगांव चौकी क्षेत्र के गवली पलासिया गांव में एक युवती की लाश मिलने पर पुलिस द्वारा युवती के परिजनों को सूचित किया गया और उसका पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद से ही परिजन युवती का शव लेकर पुलिस थाने पहुंच गए थे और रोड पर चक्का जाम कर दिया गया था, जिसके बाद उत्तेजित भीड़ ने पुलिस थाने पर पथराव कर दिया, जिसमें पुलिस के कुछ अधिकारी घायल हो गए. 

हालांकि, पुलिस द्वारा उत्तेजित भीड़ को शांत करने के लिए फायरिंग की गई और लाठीचार्ज भी किया गया. इसी दौरान गोली लगने से 18 साल के भेरूलाल की मौत भी हो गई. बता दें कि पुलिस ने पहले ही परिजनों की शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध धारा 302 का मामला पंजीबद्ध किया था और शाम को ही पुलिस द्वारा उक्त आरोपी को अपनी हिरासत में ले लिया था. फिर भी लोगों की भीड़ ने युवती का शव सड़क पर रख चक्का जाम किया और मांग की कि आरोपी को उनके हवाले कर दिया जाए, वे खुद आरोपी को मौत की सजा देंगे.

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कमलनाथ ने इस घटना पर भाजपा को घेरा. उन्‍होंने कहा, "इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है. मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूं, व्यथित हूं और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूं. मैंने घटना की जांच के लिये वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जांच दल भी गठित किया है, जो घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है. आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है. अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है."

गौरतलब है कि  मंडलेश्वर थाना अंतर्गत गांव वासली कुंडलिया निवासी 22 वर्षीय युवती धार जिले के धामनोद में छह माह से किराये के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी. बुधवार को उसकी गवली पलासिया में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई. इस दौरान युवक यदुनंदन पाटीदार भी साथ में था.

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