महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज विधानसभा में कल रात नागपुर में हुई हिंसा और आगजनी को लेकर बयान दिया. उन्होंने फिल्म 'छावा' का जिक्र करते हुए कहा कि इस फिल्म ने मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के इतिहास को सामने लाया और मुगल शासक औरंगजेब के खिलाफ लोगों में गुस्सा पैदा किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी फिल्म को दोष नहीं देना चाहते, लेकिन छावा के जरिए लोगों ने छत्रपति संभाजी महाराज के इतिहास को जाना और उनकी भावनाएं भड़क उठीं. साथ ही, औरंगजेब के खिलाफ लोगों का गुस्सा भी सामने आ रहा है.
सीएम ने कहा कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए कानून व्यवस्था को बनाए रखना चाहिए और सभी को धैर्य रखना चाहिए. अगर कोई दंगा करता है, तो हम जाति या धर्म की परवाह किए बिना कार्रवाई करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागपुर में हुई हिंसा एक सुनियोजित हमले की तरह लग रही है. उन्होंने कहा, "नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया था. अफवाह फैलाई गई कि धार्मिक सामग्री वाली चीजें जला दी गईं. यह एक सुनियोजित हमला लग रहा है. किसी को भी कानून और व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा में तीन पुलिस उपायुक्तों समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और पुलिसकर्मियों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.
विपक्ष ने महायुति सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के बयानों ने राज्य में तनाव बढ़ा दिया. हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने विपक्षी नेताओं पर मुगल शासक का महिमामंडन करने का आरोप लगाया.