- अहमदाबाद को साल 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करने का मौका मिला है, जो देश के लिए गौरवशाली क्षण है.
- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस उपलब्धि को पीएम मोदी और अमित शाह के प्रयासों का परिणाम बताया.
- उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि खेल आयोजन गुजरात और भारत की समावेशी विचारधारा और आतिथ्य को दर्शाएगा.
अहमदाबाद को कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी करने का मौका मिला है, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई हैं. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में शताब्दी कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047' के संकल्प और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के अथक प्रयासों को और मजबूती देगा. विकसित गुजरात से विकसित भारत की संकल्पना को और भी मजबूत करेगा. गुजरात देश की खेल राजधानी बनेगा. वहीं उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि हम दुनिया का स्वागत करने को तैयार हैं.
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गुजरात देश की खेल राजधानी के रूप में उभरेगा
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि अहमदाबाद, गुजरात और भारत के लिए यह अप्रतिम गौरव का क्षण है. उन्होंने पीएम मोदी के विजन और गृह मंत्री अमित शाह के निरंतर प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि गुजरात अब देश की खेल राजधानी के रूप में उभरेगा. इतना ही नहीं, विकसित गुजरात से विकसित भारत की संकल्पना को और भी मजबूत करेगा.
गुजरात और भारत के लिए गौरवशाली पल
गुजरात के उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी ने कहा कि यह पल गुजरात और भारत के लिए अत्यंत गौरवशाली पल है. कॉमनवेल्थ गेम्स के शताब्दी संस्करण का आयोजन करना हमारे लिए सम्मान और जिम्मेदारी दोनों है. हम अहमदाबाद और भारत की प्रगति, समावेशी विचारधारा और आतिथ्य की झलक दर्शाने वाले इस जश्न के साथ दुनिया का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. ये खेल हमारी ढांचागत सुविधाओं और प्रतिभाओं को ही प्रदर्शित नहीं करेंगे, बल्कि एकता, टिकाऊ विकास और श्रेष्ठता जैसे हमारे मूल्यों का भी प्रतिबिंब होंगे.
'विकसित भारत 2047' के विजन को मिलेगी मजबूती
खेल एवं युवा मामले मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि अहमदाबाद में आयोजित होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 भारत की विकास यात्रा तथा खेल को राष्ट्रीय विकास के एक उपकरण के रूप में अपनाने की प्रतिबद्धता का उत्सव बनेगा. यह मील का पत्थर ‘विकसित भारत 2047' के हमारे विजन को मजबूती देगा, साथ ही यह प्रभावशाली, समावेशी और टिकाऊ खेल कार्यक्रमों का आयोजन करने में भारत की वैश्विक नेतृत्व क्षमता को और अधिक सुदृढ़ करेगा.
देश और गुजरात के लिए गौरव का क्षण
जिस क्षण का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, उस घड़ी पर आधिकारिक मुहर लग गई है. अहमदाबाद अब साल 2030 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा. स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित ‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेंबली' की बुधवार को हुई बैठक में इसकी घोषणा की गई. यह क्षण पूरे देश और गुजरात के लिए गौरव का क्षण है.
पीएम मोदी के खेल की संस्कृति को लगातार प्रोत्साहन देने और उनकी दूरदर्शिता, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी के अथक प्रयासों की वजह से ही भारत खेलकूद के क्षेत्र में लगातार कदम बढ़ा रहा है. नतीजतन, आज कॉमनवेल्थ खेलों के शताब्दी संस्करण के अंतर्गत अहमदाबाद को 24वें कॉमनवेल्थ खेलों की मेजबानी का गौरव प्राप्त हुआ है.
100 वर्षों के जश्न का एक शानदार प्रतीक बनेगा
इस समय जब 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स का शताब्दी समारोह मनाने की तैयारी चल रही है, यह फैसला भारत और कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स मूवमेंट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित होगा यह निर्णय कॉमनवेल्थ राष्ट्रों की खेल के प्रति श्रेष्ठता, एकता और संयुक्त प्रगति के 100 वर्षों के जश्न का एक शानदार प्रतीक बनेगा.
भारत में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ‘खेलो इंडिया' जैसे कार्यक्रम के जरिए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करने और उन प्रतिभाओं को निखारने में जुटे पीएम मोदी के निरंतर मार्गदर्शन की वजह से देश को कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी का मौका मिला है.














