दिल्ली में लगातार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़ी है. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को शाम को कैबिनेट मंत्रियों के साथ राजधानी में एक हाईलेवल की मीटिंग की. सभी जिलों के जिलाधिकारी, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव ने इस बैठक में हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कोरोना को लेकर उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि दिल्ली में अब ऑक्सीजन की स्थिति कंट्रोल में आ रही है. इसलिए अब कहीं भी बेड की कमी कहीं नहीं होनी चाहिए.ऑक्सीजन की कमी से एक जान भी नहीं जानी चाहिए. 3 महीने में दिल्ली में वैक्सीनेशन का अभियान खत्म होना चाहिए.DM हर रोज़ 2 या 3 वेक्सीन सेंटर का निरक्षण करें.DM रिलीफ कैंप, ओल्ड ऐज होम में औचक निरीक्षण करें.
दिल्ली को हर दिन 700 MT ऑक्सीजन सप्लाई पर SC ने केंद्र से कहा- 'सख्त एक्शन लेने को मजबूर न करें'
देश ने शुक्रवार को कोरोनोवायरस के मामलों में 4,14,188 की वृद्धि के साथ एक और रिकॉर्ड दैनिक वृद्धि दर्ज की. COVID-19 से मृत्यु 3,915 से 2,34,083 हो गई. दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की भारी किल्लत है. दिल्ली सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र को स्पष्ट कर दिया कि उसे शीर्ष अदालत के अगले आदेश तक रोजाना दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रखनी होगी. साथ ही न्यायालय ने कहा कि इसपर अमल होना ही चाहिए तथा इसके अनुपालन में कोताही उसे 'सख्ती' करने पर मजबूर करेगी.
दो दिन पहले, शीर्ष अदालत ने दिल्ली को कोविड के मरीजों के लिए 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति के निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा शुरू की गई अवमानना की कार्यवाही पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि ‘अधिकारियों को जेल में डालने से' ऑक्सीजन नहीं आएगी और प्रयास जिंदगियों को बचाने के लिए किए जाने चाहिए.
बेलगाम कोरोना: तड़पते मरीज, उखड़ती सांसें, बिलखते परिजन और वेंटिलेटर पर हेल्थ सिस्टम
इससे पहले अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गुरुवार को कहा कि 18-44 आयु वर्ग के लिए COVID-19 रोधी टीकाकरण अभियान 3 मई से शुरू होने के बाद से इस वर्ग के लगभग 1.30 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है. केजरीवाल ने यह भी कहा कि राजधानी की पूरी आबादी को तीन महीने में टीका लगाया जा सकता है, बशर्ते पर्याप्त मात्रा में खुराक उपलब्ध हो.
दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट में कमी से राहत पर मरीजों की मौतों की तादाद चिंताजनक