केरल की कक्षा 5वीं की छात्रा ने चीफ जस्टिस जस्टिस वी रमन्ना (Chief Justice of India NV Ramana) को कोरोना पर दिल को छू जाने वाला पत्र लिखा है और सीजेआई ने भी बेहद ही दिलचस्प अंदाज में जवाब उसे भेजा है. है.चीफ जस्टिस (Chief Justice NV Ramana) ने लड़की को भारतीय संविधान (Indian Constitution) की अपने हस्ताक्षर वाली प्रति भी भेजी है. केरल के त्रिशूर की रहने वाली लिडविना जोसेफ (Lidwina Joseph of Thrissur) ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक चित्र भी भेजा था, जो मुख्य ्न्यायाधीश को खूब भाया.
जोसेफ ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए दिए हैं. इनमें ऑक्सीजन सप्लाई, कोरोना वैक्सीन और अन्य तरह के आदेश शामिल हैं. त्रिशूर के केंद्रीय विद्यालय की छात्रा लिडविना जोसेफ ने अपने मेल के साथ एक चित्र भी भेजा है और कोरोना से जुड़े राहत के आदेशों के लिए सीजेआई का आभार जताया है.
राज्य सरकारों और विभिन्न संगठनों की ओर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ने देश के विभिन्न राज्यों को ऑक्सीजन के आवंटन (oxygen allocation) में सुधार और आपूर्ति व्यवस्था के ऑडिट का आदेश दिया था. यह आदेश सुप्रीम कोर्ट की ओर से ऐसे वक्त आया था, जब देश भर के तमाम अस्पताल कोरोना के बेतहाशा मरीजों की संख्या के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की भारी कमी (oxygen shortage) का सामना कर रहे थे. ऑक्सीजन न मिलने के कारण सैकड़ों मरीजों की मौतें भी हो गईं.
अपने जवाब में सीजेआई (Chief Justice Ramana )ने लिखा, प्यारी लिडविना, मुझे आपका बेहद सुंदर पत्र मिला, साथ ही जजों के कामकाज को बयां करने वाला खूबसूरत चित्र भी. मैं यह जानकार बेहद प्रभावित हूं कि तुम देश भर की घटनाओं पर अपनी पैनी नजर रखती हो और महामारी के दौरान लोगों के कल्याण का भाव जो तुमने दिखाया है.मुझे भरोसा है कि जैसे-जैसे तुम बड़ी होगी और जानकार और जिम्मेदार नागरिक बनोगी, तब तुम राष्ट्र निर्माण के प्रति बेहतर योगदान दोगी. तुम्हारी कामयाबी के लिए मेरी शुभकामनाएं. इस सराहना के लिए चीफ जस्टिस ने भारतीय संविधान की प्रति भी जोसेफ को भेजी है.