झारखंड (Jharkhand) में जमशेदपुर के शास्त्रीनगर में एक धार्मिक झंडे के कथित अपमान के बाद दो गुटों के बीच पथराव हुआ और उग्र भीड़ ने आगजनी भी की, जिसके बाद रविवार शाम को क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हिंसक भीड़ ने दो दुकानों और एक ऑटो-रिक्शा को आग लगा दी.
अधिकारियों ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. अधिकारियों ने कहा कि कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
उप-संभागीय अधिकारी (धलभूम) पीयूष सिन्हा ने कहा, ‘‘दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है.''
पूर्वी सिंहभूम जिले की उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्होंने उनकी साजिश को विफल करने के लिए आम नागरिकों से सहयोग का अनुरोध किया.
पुलिस ने बताया कि इलाके में शनिवार रात तब से ही तनाव व्याप्त है, जब एक स्थानीय संगठन के सदस्यों ने रामनवमी के झंडे पर मांस का एक टुकड़ा चिपका पाया.
बता दें कि इससे पहले जमशेदपुर में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच झड़प के बाद पथराव हुआ था. बाद में हल्दीपोखर में कुछ लोगों ने पोटका के क्षेत्राधिकारी को निलंबित करने और पथराव के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बंद का आह्वान किया था, जिसमें पांच लोग घायल हो गए थे.
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