हम नहीं जानते, बाहर क्या रिपोर्ट किया जाएगा... सोशल मीडिया को लेकर CJI गवई ने की टिप्पणी

CJI बी.आर. गवई ने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में यह तय करना मुश्किल हो गया है कि अदालत में कही गई कौन-सी बात कैसे रिपोर्ट होगी.

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  • देश के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने सोशल मीडिया के दौर में न्यायपालिका और संवाद के बदलते स्वरूप पर टिप्पणी की
  • जस्टिस के. विनोद चंद्रन के साथ सुनवाई के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया रिपोर्टिंग की अनिश्चितता पर टिप्पणी किया
  • गवई ने कहा कि सोशल मीडिया पर क्या रिपोर्ट होगा, यह अनुमान लगाना अब बहुत मुश्किल हो गया है
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नई दिल्ली:

देश के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है. ऑल इंडिया जजेज एसोसिएशन मामले की सुनवाई के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया के दौर में न्यायपालिका और संवाद के बदलते स्वरूप को लेकर टिप्पणी की. जस्टिस के. विनोद चंद्रन के साथ सुनवाई कर रही बेंच में उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि अब यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि सोशल मीडिया पर क्या रिपोर्ट हो जाएगा.

सुनवाई के दौरान जब एक वकील ने अपनी दलीलें रखीं, तो CJI गवई ने मजाकिया लहजे में कहा कि “इन दिनों सोशल मीडिया में हम नहीं जानते कि क्या रिपोर्ट किया जाएगा, आपका मुवक्किल बहुत नाराज़ होगा.” इस पर कोर्टरूम में हल्की मुस्कान फैल गई.

इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “मेरे भाई जस्टिस विनोद चंद्रन कुछ कहना चाहते थे, लेकिन सोशल मीडिया के युग में हमें नहीं पता कि इसे कैसे रिपोर्ट किया जाएगा. इसलिए मैंने उनसे कहा कि इसे सिर्फ़ मेरे कानों तक ही रहने दें.” उनकी यह टिप्पणी उस बढ़ते रुझान की झलक है जिसमें अदालत की हर बात सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो जाती है, कभी-कभी सन्दर्भ से हटकर भी.

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