चिंतन रिसर्च फाउंडेशन (सीआरएफ) के पहले स्थापना दिवस पर अदाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अदाणी शामिल हुए. प्रणव अदाणी ने इस अवसर पर कहा, "दुनिया विकल्प, समानता पर आधारित साझेदारी की तलाश कर रही है, और अब समय आ गया है कि जो आवाजें लंबे समय से अनसुनी हैं, उन्हें अब केंद्र में लाया जाए. आइए, हम आत्मविश्वास के साथ ग्लोबल फुटप्रिंट बनाएं. इस संदर्भ में, मुझे लगता है कि CRF जल्द ही डिप्लोमेटिक कम्युनिटी के साथ मिलकर अन्य देशों के साथ उपयोगी और प्रभावशाली बातचीत सुनिश्चित करेगा."
प्रणव अदाणी ने आगे कहा, "मैं आपको आश्वासन देता हूं कि CRF आपके काम का समर्थन करने के लिए साक्ष्य-आधारित शोध और विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा. यह नीति निर्माताओं के सामने आने वाले सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और संवाद के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिसमें भारत के लिए अपने अगले गौरवशाली अध्याय में प्रवेश करने के लिए आवश्यक कठिन प्रश्न पूछे जाएंगे और उनका उत्तर दिया जाएगा."
प्रणव अदाणी ने कहा, "जब हम जलवायु परिवर्तन की बात करते हैं, तो एनर्जी ट्रांजिशन एक बड़ी भूमिका निभाता है, और जिस तरह भारत आज एक भूमिका निभा रहा है, पूरी दुनिया पर उसका काफी प्रभाव रहने वाला है. हमने (पेरिस) सीओपी में जो वादा किया है, उस पर हम आगे बढ़ रहे हैं. एक राष्ट्र के रूप में हम एनर्जी ट्रांजिशन में काफी अच्छा कर रहे हैं. जीवाश्म ईंधन से नवीकरणीय ऊर्जा, और उस रास्ते ग्रीन इकोनॉमी की ओर हम बढ़ रहे हैं. हमें लगता है कि भारत सही रास्ते पर है."
अदाणी इंटरप्राइजेज के निदेशक ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि सीआरएफ प्रमाण आधारित अनुसंधान पर फोकस करेगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रिसर्च फाउंडेशन का किसी देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान होता है, खासकर जब रिसर्च भारत के विकास की कहानी पर हो. सही तस्वीर लोगों के सामने आती है, और उसी दृष्टिकोण से हम अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं.
पश्चिम एशिया में जारी भू-राजनीतिक तनावों के संदर्भ में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में प्रणव अदाणी ने कहा कि विदेशों में स्थित परिसंपत्तियों को लेकर थोड़ी चिंता जरूर है, लेकिन "हमारे सारे एसेट्स सुरक्षित हैं और हमें इस पर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है.''