राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पूर्व ना सिर्फ राजनीतिक हलचल ही देखी जा रही है, बल्कि अब प्रदेश का प्रशासनिक अमला भी पूरा एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में प्रदेश ब्यूरोक्रेसी की मुखिया (मुख्यसचिव) उषा शर्मा और पुलिस विभाग के मुखिया(डीजीपी) उमेश मिश्रा एक साथ बैठक करने पहुंचे थे. अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान जोधपुर संभाग मुख्यालय से विभिन्न जिलों में कानून व्यवस्था के साथ ही राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं पर भी अधिकरियों से विस्तार से चर्चा की .
मुख्य सचिव ने संभागीय आयुक्त कक्ष में संभाग के जिला कलक्टरों व अधिकारियों की बैठक ली तो वहीं डीजीपी ने पुलिस लाइन स्थित सरदार पटेल सभागार में संभाग के सभी एसपी के साथ में कानून व्यवस्था के संबंध में चर्चाएं की. इस बैठक में नए जिलों के विशेषाधिकारी भी पहली बार शामिल हुए. देर शाम पुलिस लाइन सभागार में मुख्य सचिव और डीजीपी की एक संयुक्त बैठक भी आयोजित हुई, जिसमें संभाग के पुलिस अधिकारियों ने जिलों में कानून व्यवस्था के संबंध में प्रजेंटेशन भी दिए. इस बैठक में डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) राजीव शर्मा व एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन भी शामिल हुए.
लंबित प्रकरणों के जल्दी निस्तारण के आदेश
मुख्य सचिव उषा शर्मा व डीजीपी उमेश मिश्रा ने बैठक में 2 वर्ष पूर्व के वर्षवार आपराधिक स्थिति, विशेष अधिनियम, महिला अत्याचार, लंबित प्रकरणों के निस्तारण, आरोपियों की गिरफ्तारी, एनडीपीएस एक्ट के प्रकरणों, मादक पदार्थों एवं शराब तस्करी में लिप्त अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों के विरूद्ध कार्यवाही तथा संभाग के विभिन्न जिलों में सम सामयिक हालातों व ज्वलन्त समस्याओं पर विस्तार से समीक्षा की और इस दिशा में सख्त कार्यवाही किए जाने तथा लंबित मामलों के निस्तारण के लिए समयबद्ध प्रभावी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए.
चुनाव को देखते हुए ठोस कार्ययोजना बने
ब्यूरोक्रेसी की मुखिया व डीजीपी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र संभागी अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की और निर्वाचन से संबंधित तैयारियों, निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना, प्रस्तावित तैयारियों से संबंधित कार्ययोजना, कानून व्यवस्था की दृष्टि से अन्तर्राज्यीय समन्वय, निगरानी, नाकों के चिह्निकरण, संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील बूथों व क्षेत्रों के चिह्निकरण एवं बूथों के भौतिक सत्यापन, निर्वाचन के मद्देनज़र सभी प्रकार के जरूरी ऐहतियाती उपायों को अपनाने आदि पर चर्चा की और इसके लिए पृथक-पृथक कार्ययोजना बनाकर समय रहते कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया.
सीएस ने टीम भावना से काम करने की सलाह दी
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने पुलिस व प्रशासन के संभागी अधिकारियों की संयुक्त बैठक में पूर्ण समन्वय के साथ सामूहिक प्रयासों को अपनाते हुए कानून व्यवस्था एवं शान्ति तथा साम्प्रदायिक सद्भाव कायम रखने के लिए काम करने के निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए सभी संभव कार्यवाही करें. आगामी समय में धैर्य, सौहार्द्र, समन्वय एवं संयम के साथ अपने दायित्वों का अच्छी तरह निर्वाह करें. ख़ासकर साम्प्रदायिक मुद्दों पर जीरो टॉलरेंस की अप्रोच से काम करें.
सोशल मीडिया पर रखें पैनी निगाह
सोशल मीडिया के इस दौर में मुख्य सचिव ने पुलिस के इकबाल में अभिवृद्धि के लिए निरन्तर प्रयासरत रहने के साथ ही सोशल मीडिया पर पैनी नज़र रखने और बेहतर कर्त्तव्य निर्वहन के लिए तत्पर रहने का आह्वान किया. उन्होंने प्रदेश में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों में आई कमी को अच्छा संकेत बताया.
पुलिस के प्रति पैदा करें विश्वास
पुलिस महकमे के मुखिया उमेश मिश्रा ने महिला अपराध एवं बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए स्पेशल स्क्वाड्स बनाकर समाज में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि समाज में यह विश्वास प्रगाढ़ होना चाहिए कि पुलिस उनकी रक्षा के लिए समर्पित है. उन्होंने सीमावर्ती बाड़मेर और जैसलमेर जिलों में विशेष रूप से इंटेलिजेंस, आर्मी, बीएसएफ आदि के साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया.
डीजीपी ने सीएम के प्रयासों का किया जिक्र
डीजीपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा मोरल पोलिसिंग की दिशा में जारी सार्थक प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें सुरक्षा सखी, पुलिस मित्र जैसे प्रयास किए जा रहे हैं. इनसे प्रेरणा पाकर संभाग में सभी अपने अपने स्तर पर भी इस प्रकार के नवाचार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस में अनुशासन पालन को नियमित रखने के लिए मॉनिटर करें.
त्वरित कार्यवाही करें
संयुक्त बैठक में डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) राजीव शर्मा ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखने पर विशेष जोर दिया और कहा कि परिवादी की शिकायत पर पुलिस को पूरी संवेदनशीलता के साथ त्वरित रूप से कार्यवाही की जानी चाहिए. उन्होंने चुनाव के दौरान पुलिस को पूरी रणनीति के साथ शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रति विशेष गंभीर रहने के निर्देश देते हुए कहा कि अंतर्राज्यीय सीमाओं पर पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगवाया जाना सुनिश्चित करवाएं..