6 करोड़ का इनामी, 135 जवानों का हत्यारा, गुरिल्ला वॉर एक्सपर्ट... जानें कौन है नक्सलियों का नया नेता देवजी?

मई में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के घने जंगलों में करीब 50 घंटे तक चले ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने बसवराजू को ढेर कर दिया था. वह देश का मोस्ट वॉन्टेड नक्सली था.

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  • नक्सलियों के सुप्रीम लीडर बसवराजू के एनकाउंटर के बाद अब नक्सलियों की कमान देवजी को सौंपी गई है.
  • रानी बोदली में 55 और दंतेवाड़ा में 80 CRPF जवानों की मौत देवजी के नेतृत्व में हुए हमलों में हुई थी.
  • महत्वपूर्ण दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव पद की जिम्मेदारी माडवी हिडमा को दी गई है.
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छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के जंगलों में मई के महीने में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के सुप्रीम लीडर महासचिव नंबाला केशव उर्फ बसवराजू का एनकाउंटर किया था. डेढ़ करोड़ के इनामी बसवराजू का मारा जाना नक्सलियों को बहुत बड़ा झटका माना गया था. अब खबर है कि नक्सलियों की कमान देवजी को सौंपी गई है. करीब 6 करोड़ के इनामी और 135 से ज्यादा जवानों के हत्यारे देवजी को नक्सलियों की कोर टीम ने महासचिव नियुक्त किया है. वहीं, महत्वपूर्ण दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव पद की जिम्मेदारी माडवी हिडमा को दी गई है. आइए बताते हैं इनके बारे में. 

देवजी उर्फ संजीव उर्फ पल्लव 

देवजी को संजीव उर्फ पल्लव नाम से भी जाना जाता है. वह तेलंगाना के करीमनगर जिले का रहने वाला है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में हाल ही में एक नक्सली कमांडर ने आत्मसमर्पण किया था. उससे पूछताछ में सुरक्षा बलों और छत्तीसगढ़ पुलिस को जानकारी मिली कि देवजी को महासचिव और हिडमा को दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सचिव चुना गया है.

बसवराजू की मौत से खाली था पद

खास बात यह है कि नक्सलियों ने इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. घोषणा ना करने के पीछे हाल ही में जमीनी संघर्ष की घटनाओं में माओवादियों की एक के बाद एक शिकस्त और पुलिस व सुरक्षा बलों की आक्रामक रणनीति हो सकती है. बसवराजू के एनकाउंटर के बाद से सीपीआई (माओवादी) का सर्वोच्च पद महासचिव पद खाली था. अब इस पर देवजी को नियुक्त किया गया है. 

कौन है दुर्दांत नक्सली देवजी?

  • तिप्पिरी तिरुपति उर्फ देवजी उर्फ संजीव 62 साल का है. 
  • वह पिछले करीब साढ़े तीन दशकों से नक्सलवाद से जुड़ा हुआ है.
  • तेलंगाना के करीमनगर जिले के कोरुटला के एक दलित परिवार में पैदा हुआ है.
  • देवजी को एक बेहद कट्टर नक्सली कमांडर माना जाता रहा है.
  • देवजी के ऊपर विभिन्न राज्यों में कुल छह करोड़ रुपये का इनाम है.
  • वह अब तक नक्सलियों के सेंट्रल मिलिट्री कमांड का प्रमुख था.
  • जंगलों में गुरिल्ला शैली में सुरक्षा बलों पर हमले करने में उसे माहिर माना जाता है.
  • रानी बोदली की घटना में 55 और दंतेवाड़ा में 80 सीआरपीएफ जवानों की मौत देवजी के नेतृत्व में हुए हमलों में हुई थी.

कौन है माडवी हिडमा?

देवजी के अलावा नक्सलियों ने एक और अहम नियुक्ति की है. पुलिस के खिलाफ संघर्ष में बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव पद की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हिडमा को सौंपी गई है. माडवी हिडमा एक बेहद क्रूर माओवादी नक्सली कमांडर है. वह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पुवर्ती गांव का रहने वाला है.

डेढ़ करोड़ का इनामी था बसवराजू

बता दें कि मई के महीने में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के घने जंगलों में करीब 50 घंटे तक चले ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने बसवराजू को ढेर कर दिया था. वह देश का मोस्ट वॉन्टेड नक्सली था. उसके ऊपर डेढ़ करोड़ रुपये का इनाम था. देश में हुई कुछ सबसे घातक नक्सली हमलों का उसे मास्टरमाइंड बताया जाता था. 

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