तमिलनाडु के चेन्नई में रविवार शाम को पुलिस हिरासत में 30 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई. दो महीने में राज्य में इस तरह की ये दूसरी घटना है.आरोपी राजशेखर को कोडुंगैयूर पुलिस ने शनिवार को हिरासत में लिया था. उसके खिलाफ कथित तौर पर 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे. पुलिस ने कहा कि तिरुवल्लूर जिले के निवासी राजशेखर ने अपना अपराध कबूल कर लिया था और इस प्रक्रिया में उसने बेचैनी की सूचना दी. अधिकारियों ने कहा, "हम उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां इलाज के बाद वह बेहतर महसूस करने लगा. फिर हम उसे वापस पुलिस थाने ले आए." लेकिन थाने आने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई. सरकारी स्टेनली अस्पताल द्वारा उन्हें "मृत लाया" घोषित किया गया.
चेन्नई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त टी एस अंबू ने कहा, "एक निरीक्षक और एक उप निरीक्षक सहित पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है." तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सिलेंद्र बाबू ने अपराध जांच विभाग (सीबी-सीआईडी) को राजशेखर की मौत की जांच का आदेश दिया है. नेता प्रतिपक्ष एडप्पादी के पलानीस्वामी ने राजशेखर की मौत पर राज्य सरकार को घिरे और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों से इस मामले को देखने का आग्रह किया.
ये भी पढ़ें- फ्यूचर के खिलाफ Amazon की याचिका खारिज; 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया
इस मामले पर पलानीस्वामी ने कहा कि "तमिलनाडु में, एक और लॉकअप मौत हुई है. डीएमके सरकार में लॉकअप मौत जारी है और लॉकअप मौत को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं है. हम उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों से अनुरोध करते हैं कि वे डीएमके सरकार के दौरान हुई लॉकअप मौत पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए आगे आएं.
VIDEO: "सच की आवाज़ से डरी सरकार"; ED के सामने राहुल की पेशी पर कांग्रेस का बयान