स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह से जुड़ा अध्याय हटाकर हेडगेवार के भाषण को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने के आरेपों के बीच कर्नाटक सरकार ने सफाई दी है. कर्नाटक पाठ्य पुस्तक सोसायटी (Karnataka Text Book society) ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि यह अध्याय नहीं हटाया गया है. एवं कक्षा दसवीं की कन्नड़ पाठ्य पुस्तक फिलहाल छपने के चरण में हैं. ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक ओर्गनाइजेशन (एआईडीएसओ) और ऑल इंडिया सेव एजुकेशन कमिटी (AISEC) जैसे संगठनों ने आरोप लगाया था कि भगत सिंह पर पाठ को हटाकर पाठ्य पुस्तक में आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का भाषण शामिल किया गया है.
सोसायटी ने एक बयान में कहा, ‘‘ फिलहाल मीडिया में खबरें आयी हैं कि भगत सिंह पर आधारित अध्याय हटाकर कक्षा दसवीं की पहली भाषा कन्नड़ की पाठ्य पुस्तक में हेडगेवार पर पाठ शामिल किया गया है. सच्चाई यह यह है कि भगत सिंह पर आधारित यह अध्याय पाठ्य पुस्तकों से नहीं हटाया गया है. ''उसने कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि कक्षा दसवीं की संशोधित पहली भाषा कन्नड़ की पाठ्यपुस्तक फिलहाल छपने के चरण में है.
इस स्पष्टीकरण नोट में कहा गया है कि रोहित चक्रतीर्थ की अगुवाई में एक समिति सामाजिक विज्ञान एवं भाषा की पाठ्यपुस्तकों का परीक्षण करने एवं उनकी समीक्षा करने के लिए गठित की गयी है. समिति ने छठी से दसवीं तक की कक्षाओं के सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों तथा पहली से दसवीं तक की कक्षाओं की कन्नड़ भाषा की पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा की है.
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी सी नागेश ने संशोधित कन्नड़ पाठ्यपुस्तक में हेडगेवार या आरएसएस के बारे में कुछ नहीं है बल्कि केवल उनका भाषण है जो लोगों खासकर युवाओं के लिए प्रेरणा होगा तथा जिन लोगों ने ऐतराज किया है, उन्होंने पाठ्यपुस्तक पढ़ी नहीं है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा, ‘‘ आज वे भगत सिंह को हटा रहे हैं , कल वे महात्मा गांधी को हटा देंगे. हमें उन लोगों का बलिदान नहीं भूलना है जिन्होंने हमें उपनिवेशवादसे मुक्ति दिलायी. ''