पश्चिम बंगाल विधानसभा (West Bengal Assembly) के उद्घाटन सत्र की बैठक में शुक्रवार दोपहर को राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhad) ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया, विपक्षी बीजेपी (BJP) के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. नई विधानसभा की यह पहली बैठक थी. विपक्षी बीजेपी विधायकों ने हाथों में तख्तियां लिए सदन में नारेबाजी की. सूत्रों ने बताया कि यह बीजेपी की रणनीति का हिस्सा था- ताकि राज्यपाल को अपना पूरा भाषण नहीं पढ़ना पड़े.
धनखड़ जब सदन में अभिभाषण पढ़ रहे थे तभी विपक्षी सदस्यों ने हंगामा कर उन्हें पांच मिनट तक रोक दिया. इसी बीच राज्यपाल जल्दी से विधान सभा से बाहर निकल गए. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी धनखड़ को उनके वाहन तक ले गए. 3.30 बजे विधानसभा की कार्यवाही फिर शुरू होगी.
राज्यपाल धनखड़ और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई मुद्दों पर महीनों से आमने-सामने हैं, जिनमें (हाल ही में) राज्य में नकली कोविड टीकाकरण शिविर और अप्रैल-मई के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद हुई हिंसा भी शामिल है.
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कल तृणमूल ने नकली वैक्सीन शिविर आयोजकों और गवर्नर धनखड़ के बीच संबंधों का दावा किया था. कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तृणमूल के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने इसके समर्थन में दो तस्वीरें प्रदर्शित की थीं.
तृणमूल द्वारा प्रदर्शित फोटो में वैक्सीन जालसाज देबंजन देब का अंगरक्षक- जिसकी लंबी-लंबी मूंछें थी- कोलकाता में राजभवन की एक तस्वीर में खड़ा दिखाई दे रहा है. फोटो के अग्रभाग में जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी, दो अन्य महिलाओं के साथ, जो राज्यपाल के आवास पर अतिथि हैं, दिखाई दे रहे थे. फोटो में गार्ड आगंतुकों के पीछे खड़ा है.
रॉय ने राज्यपाल और धोखेबाज के अंगरक्षक के बीच के संबंधों की जांच की मांग की है. इसबीच, बीती रात गार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया.
बंगाल: गवर्नर जगदीप धनखड़ के खिलाफ सियासी जंग में ममता बनर्जी को मिला अप्रत्याशित साथी
मई में, ममता बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ क्षण बाद ही राज्यपाल ने हिंसा को बढ़ावा देने के खिलाफ राज्य में कानून और व्यवस्था को नियंत्रित करने के कर्तव्य की याद दिलाई थी. सीएम बनाम गवर्नर की यह जंग आज धनखड़ के भाषण तक दिखाई दी. तृणमूल नेताओं को डर था कि राज्यपाल सरकार पर हमला बोलने के लिए अपने भाषण में राज्य सरकार द्वारा भेजे गए मसौदे से भटक जाएंगे.