दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने संसद भवन के मकर द्वार पर धरना दिया. उनके हाथ में एक तख्ती थी जिस पर लिखा था “जहरीली हवा है, सरकार लापता है.”
एनडीटीवी से बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आज दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि लोग अनजाने में रोज़ 6 से 7 सिगरेट पी रहे हैं, भले ही वे धूम्रपान न करते हों.
उन्होंने कहा, “शहीदे आजम भगत सिंह ने कहा था कि बहरों को सुनाने के लिए धमाकों की जरूरत पड़ती है. आज वही स्थिति है. इस मुद्दे पर संसद में कौन बोलेगा?” उन्होंने बताया कि प्रदूषण के मुद्दे पर उन्होंने स्थगन प्रस्ताव भी दिया है, लेकिन सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया. चंद्रशेखर ने कहा कि अगर सरकार नहीं सुनेगी तो ऐसे ही धरना-प्रदर्शन होंगे. अगर सरकार काम करती तो लोगों को शुद्ध हवा के लिए पैसे नहीं देने पड़ते.
चंद्रशेखर ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार दोनों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक साल से सरकार है, लेकिन प्रदूषण कम करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए. “दिल्ली में AQI 450 से ऊपर है. नोएडा, फरीदाबाद में भी हालात खराब हैं. आखिर इनका जवाब कौन देगा?”
उन्होंने कहा कि जनता टैक्स देती है, लेकिन शुद्ध हवा और पानी तक नहीं मिल रहा. “मैं अपने घर में एयर प्यूरीफायर लगा सकता हूं, लेकिन क्या हर आदमी इसे अफोर्ड कर सकता है? झुग्गी में रहने वाले लोग क्या करेंगे?”
चंद्रशेखर ने सवाल उठाया कि हर साल नवंबर-दिसंबर में प्रदूषण का संकट आता है, फिर भी सरकारें क्यों नहीं बदलाव करतीं? “यह राजनीति का सवाल नहीं है, यह जिंदगी का सवाल है. बच्चों की सेहत का सवाल है. एक सांसद और जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मैं यह मुद्दा उठा रहा हूं. धरने के दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकारें कार्रवाई नहीं करतीं तो आंदोलन तेज किया जाएगा.
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