मुस्लिम लीग (JK) पर केंद्र ने लगाया बैन, अमित शाह बोले - "इस्‍लामी राज के लिए उकसाते हैं..."

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
शाह ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के खिलाफ काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. (फाइल)
नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने वाले मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसर्रत आलम गुट) (एमएलजेके-एमए) को बुधवार को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत एमएलजेके-एमए पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का संदेश बिल्कुल स्पष्ट है कि देश की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. 

शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र-विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं, आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए उकसाते हैं."

Advertisement

इसके साथ गृह मंत्री ने कहा कि भारत की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. गृह मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का संदेश स्पष्ट है कि हमारे राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानून के कोप का सामना करना पड़ेगा."

Advertisement
अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप 

गृह मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि संगठन "भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक प्रचार" के लिए जाना जाता है. साथ ही इसमें कहा गया कि इसके नेता गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए "पाकिस्तान और उसके प्रॉक्सी संगठनों सहित" विभिन्न स्रोतों से धन जुटाने में शामिल हैं. अधिसूचना में कहा गया कि संगठन के सदस्य अलगाववादी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और देश की संवैधानिक सत्ता के प्रति घोर असम्‍मान दिखाते हैं.  

Advertisement
अधिसूचना में मसर्रत आलम को लेकर क्‍या कहा गया?

अधिसूचना में कहा गया है कि संगठन के नेता विशेष रूप से इसके अध्यक्ष मसरत आलम देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए हानिकारक गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. 

Advertisement

ये भी पढ़ें :

* मिशन 2024! बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 35 लोकसभा सीट पर जीत का रखा लक्ष्य
* उल्फा, केंद्र और असम सरकार के बीच शांति समझौते के आसार, परेश बरुआ गुट नहीं होगा समझौते का हिस्‍सा
* "दीदी के MP उपराष्ट्रपति की नकल करते हैं, पासवर्ड...": बंगाल में अमित शाह का ममता बनर्जी पर हमला

Featured Video Of The Day
Maharashtra New CM Updates: Eknath Shinde, Ajit Pawar... महाराष्ट्र में किसे क्या मिलेगा?