केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वतखोरी के अलग-अलग मामलों में भारतीय रेलवे के दो उप मुख्य सामग्री प्रबंधकों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एजेंसी ने अलग-अलग मामलों में मुंबई में उप मुख्य सामग्री प्रबंधक के पद पर तैनात 2000-बैच के भारतीय रेलवे स्टोर्स सेवा अधिकारी एच नारायणन और 2010-बैच के अधिकारी अतुल शर्मा को हिरासत में लिया है.
अधिकारियों ने कहा कि नारायणन को ग्रेटर नोएडा स्थित एनेस्ट इवाटा मदरसन प्राइवेट लिमिटेड के दो अधिकारियों-समीर दवे और दीपक जैन के साथ कथित तौर पर भारी रिश्वत के बदले कंपनी को लाभ पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘यह आरोप लगाया गया था कि ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) स्थित एक निजी कंपनी का प्रतिनिधि अपनी कंपनियों के पक्ष निविदाओं के लिए पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित रूप से रिश्वत देता था.''
उन्होंने कहा कि नारायणन ने कंपनी को सामग्री की खरीद या आपूर्ति के लिए निविदाएं देने के लिए एक बिचौलिए के माध्यम से कंपनी से अवैध रिश्वत की मांग की थी.
अधिकारियों ने कहा कि दूसरे मामले में, एजेंसी ने शर्मा को झारखंड स्थित इंडस्ट्रियल फोर्ज एंड इंजीनियरिंग कंपनी से निविदाएं देने के लिए एक बिचौलिए के माध्यम से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मध्य रेलवे के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) (नारायणन) और पश्चिम रेलवे के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक (कोचिंग) (शर्मा) और वरिष्ठ सामग्री प्रबंधक (एच डी परमार) को 70,500 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया.''
उन्होंने कहा कि आरोपियों के परिसरों में मुंबई, कोलकाता, ग्रेटर नोएडा, जमशेदपुर, अहमदाबाद और वडोदरा सहित 12 स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें नकदी, संपत्तियों, निवेश से संबंधित कागजात और आभूषणों के अलावा अन्य चीजें भी बरामद की गईं.
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