सीबीआई ने बैंकों के कंसोर्टियम को लगभग 289.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में निजी कंपनी के सीएमडी को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने तिरुपति इंफ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी (सीएमडी) जग मोहन गर्ग को हिरासत में लिया है.
इस मामले को लेकर 25 मई 2022 को नई दिल्ली स्थित निजी कंपनी के सीएमडी सहित डायरेक्टर, गारंटरों और सार्वजनिक एवं निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ किया गया था उनपर बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूको बैंक वाले बैंकों के कंसोर्टियम को लगभग 289.15 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है.
यह आरोप लगाया गया था कि बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में उक्त बैंकों के कंसोर्टियम ने रुपये का टर्म लोन दिया था. वर्ष 2009 से 2014 के बीच पश्चिम विहार, नई दिल्ली में कमर्शियल स्पेस के साथ एक होटल के निर्माण के लिए उधारकर्ता कंपनी को 300 करोड़ रुपये दिए गए. इसके आगे यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपियों ने ऋणदाता बैंकों को सूचित किए बिना उक्त होटल-कम-कमर्शियल बिल्डिंग के कई कमर्शियल/रिटेल/ऑफिस स्पेस अलग-अलग पार्टियों को बेच दिए थे और इन खरीदारों से प्राप्त रकम को दूसरे स्थानों पर भेज दिया गया था.
इससे पहले 27 मई 222 को आरोपी के परिसर पर तलाशी ली गई थी, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे. इस दौरान उधारकर्ता कंपनी के अधिकारियों, बैंक अधिकारियों, सहित कई गवाहों से पूछताछ की थी.
जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी को दिल्ली में न्यायालय के समक्ष पेश किया गया और 13 जुलाई 2023 तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
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